जब आमिर खान की फिल्म दंगल रिलीज़ हुई थी तो उस फिल्म में एक लड़की के काम ने सबको प्रभावित किया था. उसका नाम था जायरा वसीम. छोटे-छोटे बाल और छोटे-छोटे कपड़ों में दंगल लड़ती हुई एक लड़की.
वहीं फिल्म को भी शोहरत मिली और जायरा वसीम को भी. इसके बाद जायरा को नेशनल अवार्ड भी मिला और जायरा दुनिया के लिए सिक्रेट सुपरस्टार हो गई. 2017 में उसने इस नाम की फिल्म भी की. इस फिल्म में भी जायरा ने कट्टरपंथियों से लड़ते हुए खुद को सुपर स्टार के तमगे से नवाजा. बुर्का पहने हुए गाना गाने वाली लड़की फिल्म में सुपरस्टार बन गई. और फिर वो शोहरत की बुलंदियों की ओर पहुंचने लगी.
लेकिन वो फिल्म थी, ये हकीकत है. और हकीकत ये है कि जायरा वसीम ने इस्लाम के लिए फिल्मी दुनिया को अलविदा कह दिया है. फेसबुक और इंस्टाग्राम पर लंबा-चौड़ा पोस्ट लिखकर जायरा ने कहा है कि अब वो फिल्मी दुनिया को अलविदा कह रही हैं. देखिए जायरा ने लिखा क्या है-
वहीं जायरा लिखती हैं की –
मेरा रास्ता मिल गया है. मैं अल्लाह की तरफ लौट रही हूं. यह दुनिया सिवाय एक छलावा और गुमराही के कुछ नहीं है. यहां मैंने सफलता हासिल की. लोगों ने तारीफ कीं. लेकिन जब मैंने अपने भीतर झांका तो पाया कि दरअसल, यह झूठी सफलता है.
दरअसल जायरा फिल्मी दुनिया में रहें या फिर उसे अलविदा कहें, ये उनका निजी फैसला है. उन्हें ही तय करना है कि वो क्या करना चाहती हैं. और इसका सम्मान भी होना चाहिए. लेकिन इस लंबी-चौड़ी पोस्ट को लिखते हुए जायरा वसीम ने बार-बार जिस एक शब्द का जिक्र किया है, वो है ईमान. वो बार-बार कह रही हैं कि वो अपने ईमान से भटक गई थीं. वो बार-बार लिख रही हैं कि इस इंडस्ट्री में वो अपने ईमान पर कायम नहीं रह पाईं.जायरा फिल्मी दुनिया में रहें या फिर उसे अलविदा कहें, ये उनका निजी फैसला है.
दरअसल अब जायरा वसीम ने अपने ईमान पर टिके रहने के लिए फिल्म इंडस्ट्री ही छोड़ देने का फैसला किया है. हो सकता है कि ये उन्हीं कट्टरपंथियों का दबाव हो, जो बार-बार जायरा को उसके ईमान की याद दिलाते हुए ट्रोल करते हों और उन्हें माफी मांगने पर मज़बूर करते हों.
इसकी गुंजाइश इसलिए है, क्योंकि जायरा के मैनेजर तुहीन की एक बात सामने आ रही है, जिसमें उन्होंने कहा है कि फेसबुक या इंस्टाग्राम पर जो लिखा गया है, उसे जायरा ने नहीं लिखा है. तुहीन ने ही बताया है कि जायरा मुंबई नहीं, कश्मीर में हैं.