
दुनिया में हर माता-पिता चाहते हैं कि उनका बच्चा बुद्धिमान और तेजस्वी बने लेकिन इसके बजाय आपको अपने बच्चे को एक बेहतर इंसान बनाने की ओर अधिक ध्यान देना चाहिए। अगर बच्चा बेहतर इंसान होगा तो उसकी समझ, सोच, बुद्धिमता और सूझ-बूझ अपने आप ही निखर जाएगी। हालांकि, इसके लिए माता-पिता को भी अपने अंदर कई सुधार लाने की आवश्यकता होगी और बच्चे के साथ कदम से कदम मिलकर चलना होगा।

बता दें की जर्नल ऑफ डिवेलपमेंटल ऐंड बिहेवियरल पीडियाट्रिक्स के अध्ययन में बच्चों और माता-पिता के बीच संबंध को मजबूत करने के बारे में सुझाव प्रकाशित किए गए हैं। माता-पिता के लिए अपने बच्चे के साथ रोजाना पढ़ने की सरल गतिविधि न केवल बच्चों के लिए शैक्षणिक आधार पर बल्कि भावनात्मक आधार पर भी लाभ प्रदान करती है जो बच्चे की सफलता को बढ़ाने में मदद कर सकती है।
वहीं जर्नल ऑफ डिवेलपमेंटल ऐंड बिहेवियरल पीडियाट्रिक्स के अध्ययन में बच्चों और माता-पिता के बीच संबंध को मजबूत करने के बारे में सुझाव प्रकाशित किए गए हैं। माता-पिता के लिए अपने बच्चे के साथ रोजाना पढ़ने की सरल गतिविधि न केवल बच्चों के लिए शैक्षणिक आधार पर बल्कि भावनात्मक आधार पर भी लाभ प्रदान करती है जो बच्चे की सफलता को बढ़ाने में मदद कर सकती है।
दरअसल अध्ययन के लिए शोध दल ने अमेरिका के 20 बड़े शहरों के 2,000 से अधिक मां और बच्चे के जोड़ों की समीक्षा की, जिसमें महिलाओं से पूछा गया कि वह अपने बच्चे को 1 और 3 साल की उम्र में कितनी बार पढ़ाती हैं। सभी मां का दो साल बाद फिर साक्षात्कार लिया गया। इस बार शारीरिक और मनोवैज्ञानिक तौर पर किस तरह का व्यवहार अपनाया, इस बारे में जानकारी ली गई।