
रिपोर्ट: लोकेश टण्डन/मेरठ
अभी हाल ही में नोएडा में धरी गई फर्जी आईएफ़एस अधिकारी के बाद अब मेरठ पुलिस ने एक फर्जी आईएएस अधिकारी को दबोचा है। बताया जाता है कि आरोपी ने खुद को प्रधानमंत्री का सलाहकार बता कर एक व्यक्ति को एमएलसी बनवाने का झांसा देकर उससे लगभग 17 लाख की रकम ऐंठी थी।
बाद में उल्टा पीड़ित के खिलाफ ही रंगदारी मांगने की तहरीर दे दी। मगर पुलिस जांच में खुलासे के बाद पुलिस ने आरोपी का पर्दाफाश करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया।
दरअसल विकास पुरी निवासी गौरव कपूर के अनुसार लगभग 2 वर्ष पूर्व उनका संपर्क पल्लवपुरम के डाबका निवासी बृज कुमार मलिक से हुआ था।
गौरव के मुताबिक ब्रज कुमार ने खुद को आईएएस अधिकारी बताते हुए प्रधानमंत्री का मुख्य सलाहकार बताया था। गौरव का कहना है कि आरोपी लाल बत्ती में घूमता था और उसके ठाट बाट देखने के बाद उस पर शक की जरा भी गुंजाइश नहीं थी।
गौरव का आरोप है कि ब्रज कुमार ने उसे चुनाव में मेरठ से टिकट दिलवाने की बात कहते हुए उनसे लगभग 17 लाख की रकम ऐंठ ली। टिकट ना मिलने पर जब उन्होंने रकम का तकादा किया तो आरोपी ने उन्हें एमएलसी बनवाए जाने का झांसा दिया। इसके बाद भी काफी समय तक उन्हें चक्कर कटवाता रहा।
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उधर जब उन्होंने आरोपी पर रकम देने का दबाव बनाया तो आरोपी ने उल्टा गौरव के खिलाफ ही रंगदारी मांगने की रिपोर्ट दर्ज करा दी। मगर जब पुलिस ने गौरव को हिरासत में लिया और उसने सच्चाई बयान की तो पुलिस ने बृज कुमार की जांच पड़ताल शुरू कर दी। जिसके बाद उसके झूठ का खुलासा हो गया। सीओ सदर कैंट राम अर्ज ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।