नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के शुरू होने से पहले सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी तैयारी में जुट गई हैं। ऐसे में बहुजन समाज पार्टी ने भी अपने प्रत्याशियों के लिए चुनाव के समय प्रचार और सभी तैयारियों को लेकर गाइडलाइन जारी कर दी है।
हालांकि बसपा ने अपने प्रत्याशियों के लिए जो गाइडलाइन जारी की है, उसमें से एक प्रत्याशियों के लिए जारी किया गया एक नियम काफी सुर्खियां बटोर रहा है।
दरअसल चुनाव से पहले बसपा की ओर से जारी गाइडलाइन के मुताबिक कोई भी प्रत्याशी बसपा सुप्रीमो मायावती के बराबर न तो अपनी होर्डिंग लगवा सकेगा और न ही बैनर में उनके बराबर दिख सकेगा।
इसके साथ ही अब होर्डिंग से पहले उसे बसपा प्रभारियों से पास भी कराना होगा। इस बात के निर्देश बसपा एमएलसी और नवनियुक्त मंडल-जोन इंचार्ज भीमराव अंबेडकर संगठन समिति की लखनऊ मंडल की बैठक में दिए गए हैं।
मायावती के निर्देश पर मंगलवार के एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें प्रदेश के सभी मंडलों में नवनियुक्त मंडल जोन इंचार्जों की मौजूदगी रही। जिसमें इस बात को अनुशासनहीनता माना गया है कि कोई भी प्रत्याशी बसपा सुप्रीमो मायावती के बराबर ही अपनी होर्डिंग लगवाए या फिर बैनर में उनके बराबर ही दिखे।
अंबेडकर ने पार्टी के जिम्मेदार नेताओं को काडर देने वाले अंदाज में समझाया कि मायावती पार्टी की सर्वोच्च नेता हैं। ऐसे में उनके बराबर फोटो लगाना पार्टी के अनुशासन के लिहाज से ठीक नहीं है। उन्होंने कहा है कि भविष्य में कोई भी होर्डिंग प्रभारियों के पास करने के बाद ही लगाई जा सकेगी।