एक मेजर के अंतिम यात्रा की हो रही थी तैयारी, तभी आ गयी एक और मेजर के शहीद होने की खबर..
सोमवार को एक ओर राजौरी आईईडी धमाके में शहीद चित्रेश को आखिरी विदाई दी गई। वहीं दूसरी ओर देहरादून का एक और लाल सीमा पर आंतकियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गया।
दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा जिले के पिंगलिन इलाके में रविवार को आधी रात के बाद शुरू हुई मुठभेड़ में उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के मेजर विभूति ढौंडियाल शहीद हो गए हैं।
उनका आवास देहरादून के नेश्विवला रोड के 36 डंगवाल मार्ग में है। शहीद मेजर का संबंध 55 राष्ट्रीय रायफल्स से है। पिताजी स्व. केएन ढौडियाल सीडीओ आफिस में थे।
सात साल पहले उनका हार्टअटैक से निधन हो गया था। 2018 में शहीद का विवाह हुआ था।
शहीद मेजर तीन बहनों की इकलौते भाई थे। तीनों बहन उनके बड़ी हैं। घर में उनकी पत्नी, दादी और मां को मेजर डीएस ढौंडियाल की शहादत के बारे में नहीं बताया गया था।
लेकिन बाद में सेना के अफसरों ने पत्नी को शहादत की खबर दे दी। खबर पता लगते ही आसपास के लोग उनके आवास पहुंचे और ढांढस बंधाया।
देखने में छोटा सा है ये देश, लेकिन आतंकियों के लिए नरक से कम नहीं है..जानें क्यों है ऐसा…
शहीद मेजर के बचपन के दोस्त मयंक खंडूरी ने बताया कि एक साल पहले ही उनकी शादी हुई थी। वह अपनी शादी से बेहद खुश थे। दो माह पहले ही शहीद ढौंडियाल छुट्टी पर घर आए थे। वह बेहद मिलनसार थे।
रविवार रात से जारी इस मुठभेड़ में मेजर समेत 4 जवान शहीद हो गए जबकि 1 जवान घायल है। पूरे इलाके को घेरकर सेना द्वारा ऑपरेशन को अंजाम दिया जा रहा है।