
राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग (एनएससी) के दो सदस्यों के इस्तीफे के बाद पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने मंगलवार को ट्वीट कर कहा, ”एनएससी की आत्मा को शांति मिले, जब तक कि इसका दोबारा जन्म ना हो जाए.”
इसके अलावा चिदंबरम ने कहा, ”हम राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग की मौत का शोक मनाते हैं. साफ-सुथरे जीडीपी डेटा और रोजगार डेटा को रिलीज करने के लिए इसकी साहसी लड़ाई को आभार के साथ याद करते हैं.”
May the NSC rest in peace until it is re-born again!
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) January 30, 2019
इस्तीफा देने के बाद एक सदस्य ने बताया, ”आयोग को किनारे कर अनदेखा किया जा रहा है. हमें लगा कि एनएससी अपना काम नहीं कर रहा था और हमें अहम फैसलों में शामिल नहीं किया जा रहा था. एनएससी का काम आधिकारिक आंकड़ों पर भरोसा कायम करना है और हम इस उद्देश्य के लिए काम नहीं कर रहे थे.”
पूर्व एनएससी चेयरमैन राधा बिनोद बर्मन ने इस मामले पर कहा, ”एनएससी की स्वायत्तता को बरकरार रखा जाना चाहिए. इससे निष्पक्ष होने की उम्मीद की जाती है.”
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सोमवार को इस्तीफा देने वाले एक सदस्य पीएस मोहनन आयोग के कार्यकारी चेयरपर्सन भी थे. दो सदस्यों के इस्तीफे के बाद अब आयोग में केवल दो सदस्य- मुख्य सांख्यिकीविद प्रवीण श्रीवास्तव और नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत बचे हैं.
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के अधीन आने वाले इस आयोग में सात सदस्य होते हैं. इसकी वेबसाइट के मुताबिक, तीन पद पहले से ही खाली हैं.