तोगड़िया के इस बड़े फैसले से नाराज है अयोध्या नगरी
रिपोर्ट- राजेंद्र सोनी
फैजाबाद। अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के अध्यक्ष व नई राजनीतिक पार्टी के गठन करने वाले डॉ प्रवीण तोगड़िया को अयोध्या की स्थानीय जनता और बुद्धजीवियों ने नकार दिया है।
प्रवीण तोगड़िया के इस राजनीतिक स्टंट से अयोध्या की जनता कतई इत्तेफाक नहीं रखती।स्थानीय जनता व बुद्धिजीवियो का मानना है कि जिस तरह से रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले के दोनों पक्षकार सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार कर रहे हैं, उसी तरह से इन लोगों को भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार करना चाहिए।
अयोध्या में डॉ प्रवीण तोगड़िया के राम मंदिर आंदोलन को लेकर अयोध्या की स्थानीय जनता ने प्रवीण तोगड़िया को नकार दिया है। स्थानीय जनता यह कतई नहीं चाहती कि राम मंदिर मामले को लेकर अयोध्या में कोई आंदोलन हो।
स्थानीय जनता व बुद्धिजीवियों का मानना है कि जिस तरह से राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद मामले की दोनों पक्षकार सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार कर रहे हैं उसी तरह से हिन्दू संगठनों को भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार करना चाहिए।
ऐसे लोग अयोध्या में आकर राम मंदिर आंदोलन के नाम पर अयोध्या का माहौल खराब करते हैं जिससे अयोध्या के विकास पर आंच आ रही है। अयोध्या के व्यवसाय मेले पर आधारित है। मेले में आने वाले श्रद्धालुओं से ही इनकी कमाई होती है अगर इसी तरह से अयोध्या में राम मंदिर आंदोलन चलता रहा तो यहां की स्थानीय जनता व स्थानीय व्यवसाई सड़क पर आ जाएंगे इसलिए हिंदू संगठनों को सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार करना चाहिए।
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राम मंदिर मामले पर अध्यादेश लाने की सवाल पर लोगों ने कहा कि यह सरकार का विषय है सरकार क्या करती है क्या नहीं करती है यह सरकार जाने लेकिन अगर मंदिर पर कानून नहीं आता है तो लोगों को सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार करना चाहिए ना कि राम मंदिर निर्माण के लिए अयोध्या में आंदोलन।