
करवा चौथ 2018: यह व्रत कार्तिक महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनायी जाती है। इस दिन चंद्रमा की पूजा करने के बाद ही कुछ खाया जाता है। कुछ लोगों की ऐसी भी मान्यता है कि चंद्रमा में पुरुष रूपी ब्रह्मा की उपासना की जाती है। यह पूजा करने से सारे पाप नष्ट हो जाते हैं।
मिट्टी के टोटीनुमा पात्र जिससे जल अर्पित करते हैं, उसको करवा कहा जाता है और चतुर्थी तिथि को चौथ कहते हैं। इस दिन मूलतः भगवान गणेश, गौरी तथा चंद्रमा की पूजा की जाती है।
चंद्रमा को सुख और सम्पति का स्वामी माना जाता है। साथ ही यह शांति का भी कारक होता है। इसलिए ही चंद्रमा की पूजा करके महिलाएं वैवाहिक जीवन में सुख शांति और पति की लंबी आयु की कामना करती हैं। इस दिन व्रत रखने से रूप और सौंदर्य की भी प्राप्ति होती है।
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करवा चौथ में चंद्र उदय और व्रत खोलने का मुहूर्त-
दिल्ली – रात 8 बजकर 1 मिनट
चंडीगढ़ – शाम 7 बजकर 57 मिनट
जयपुर – रात 8 बजकर 07 मिनट
जोधपुर – रात 8 बजकर 20 मिनट
मुंबई – रात 8 बजकर 31 मिनट
बेंगलुरु – रात 8 बजकर 22 मिनट
हैदराबाद – रात 8 बजकर 22 मिनट
देहरादून – शाम 7 बजकर 52 मिनट
पटियाला, लुधियाना – रात 8 बजे
पटना – शाम 7 बजकर 46 मिनट
लखनऊ, वाराणसी – शाम 7 बजकर 40 मिनट
कोलकाता – शाम 7 बजकर 22 मिनट