भाद्रपद पूर्णिमा: भगवान सत्यनारायण की करें पूजा, बुद्धिमान संतान प्राप्ति का मिलेगा आशीर्वाद
हिन्दू पंचाग के अनुसार हर महीने अमावस्या और पूर्णिमा आती है। इस महीने की पूर्णिमा 25 सितंबर यानि की आज मनाई जा रही है। इस महीने की पूर्णिमा के दिन भगवान सत्यनारायण की पूजा की जाती है। इस दिन व्रत रखने की भी परंपरा काफी समय से चली आ रही है। यह पूर्णिमा इसलिए भी महत्व रखती है क्योंकि इसी दिन से पितृ पक्ष यानि श्राद्ध प्रारंभ होते हैं, जो आश्विन अमावस्या पर समाप्त होते हैं।
व्रत पूजा विधि
इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करके सुबह से ही व्रत रखें। और संकल्प लें ।
इसके बाद अपने घर की पूजा के अनुरूप भगवान सत्यनारायण की पूजा करें। उन्हें फल और फूल अर्पित करें।
भगवान के अर्पित करने के लिए पंचामृत और चूरन का प्रसाद वितरित करें।
इस दिन किसी को जो जरूरतमंद हो उसे दान देनी से आपकी हर मनोकामना पूरी होती है।
यह भी पढ़ें- स्किन और मुंह के कैंसर के बाद अब बढ़ा कान का कैंसर, संकेत दिखने पर तुरंत कराएं जांच
उमा-महेश्वर व्रत
इस व्रत में मुख्य रूप से भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करनी चाहिए।
इस व्रत को शादी के बाद रखना ही उत्तम माना जाता है।
इस व्रत को रखने से संतान की प्राप्ति होती है। साथ ही सौभाग्य भी मिलता है।
घर पर पूजा के स्थान पर शिव और पार्वती की मूर्ति स्थापित करें।
इस दिन भगवान शिव और माता की सच्चे दिल से पूजा करने पर सौभाग्य की प्राप्ति होती है।