
रिपोर्ट-अमरिल लाल
बस्ती। जिले को सूखा घोषित कराने के लिए समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता और किसानों ने पूरे शहर में जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया और जिलाधिकारी के माध्यम से महामहिम राज्यपाल को एक ज्ञापन भिजवाया वही समाजवादी नेता महेंद्र नाथ यादव ने कहा कि 15 जुलाई तक अगर बारिश नहीं होती तो जिले को सूखा घोषित कर दिया जाता है लेकिन प्रदेश सरकार की मशीनरी पूरी तरह फेल है किसान परेशान है लेकिन किसानों का कोई सुनने वाला नहीं है।
बस्ती जिले में बारिश ना होने से किसानों के चेहरे पर साफ तौर पर चिंता नजर आ रही है,पानी के अभाव में किसान धान की रोपाई नहीं कर पा रहे हैं,जो किसान धान की रोपाई करा रहे हैं उस में लागत बहुत आ रही है। एक बीघा खेत को सींचने के लिए 5 से 6 घण्टे पानी चलाना पड़ रहा है। जिन किसानों ने रोपाई कर दी है उन किसानों का धान की फसल सूख रही है। पानी के बिना वह आसमान की तरफ देख रहे हैं।
जिन लोगों ने रोपाई नहीं की है वह पानी बरसने का इंतजार कर रहे हैं। जिले में ज्यादातर किसानों ने अभी तक धान की रोपाई नहीं की है। किसानों का कहना है की किसी तरह से धान की रोपाई कर रहे हैं। बाकी भगवान के ऊपर हैं,अगर बारिश हो गई तो धान की फसल हो जाएगी। अगर बारिश नहीं हुई तो धान नहीं होगा।
नहरों की हालत यह है की जयादातर नहरें सूखी पड़ी हैं,किसानों का कहना है की अगर सूखा पड़ा तो धान की फसल बरबाद हो जाएगी,लोगों के सामने भुखमरी की स्थिति पैदा हो जाएगी।
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वही इन्हीं सब मुद्दों को लेकर समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता महेंद्र नाथ यादव के नेतृत्व में पूरे जिले में जुलूस निकालकर प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई और जिला अधिकारी के माध्यम से महामहिम राज्यपाल को ज्ञापन भिजवाया गया कि किसानों का गन्ना मूल्य बकाया तत्काल भुगतान किया जाए और जिले को सूखा घोषित किया जाए
वही बस्ती मंडल के कृषि निदेशक ने कहा कि हम नजर बनाए हैं शासन को पत्र लिखा गया है कि बस्ती जनपद में बारिश नहीं हो रही है शासन के निर्देशानुसार कार्रवाई की जाएगी।