65वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों का ऐलान, विनोद खन्ना को मिला दादा साहब फालके
शेखर कपूर ने 65वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार की घोषणा की है। दिल्ली में पुरस्कारों को ऐलान किया गया है। इस दौरान न्यूटन से लेकर मॉम और बाहुबली: द कंक्लूजन की झोली में अवार्ड आए। हिंदी फिल्मों के अलावा क्षेत्रीय भाषा की फिल्मों को भी अवार्ड मिला है। इसकी अनाउंसमेंट भले ही आज की गई है लेकिन अवॉर्ड सेरेमनी 3 मई 2018 को होगी।
2017 की फिल्मों के प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए इन पुरस्कारों की घोषणा की गई है। इन अवार्ड को तय करने के लिए 10 लोगों के पैनल का गठन किया गया था। इसमें शेखर कपूर, गौतमी ताडीमाला, डायरेक्टर पी शेषाद्रि, अनिरुद्ध रॉय चौधरी, रंजीत दास, राजेश मपुस्कर, स्क्रीनराइटर इम्तियाज हुसैन, लिरिसस्ट मेहबूब, त्रिपुरारी शर्मा और रूमी जाफी शामिल थे।
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भारतीय फिल्मों के लिए यह पुरस्कार बेहद मायने रखता है। यह पुरस्कार फिल्मों के क्षेत्र में दिए जाने वाला भारत का सबसे पुराना पुरस्कार है। इसकी शुरुआत साल 1954 से हुई थी। इसे तीन खंडो मे प्रदान किया जाता है- फीचर फिल्म, नॉन-फीचर फिल्म और सिनेमा पर श्रेष्ठ लेखन।
फीचर फिल्म कैटेगरी में इन्हें मिले अवार्ड –
- बेस्ट एक्टर – ऋद्धि सेन (नगर कीर्तन)
- बेस्ट एक्ट्रेस – श्रीदेवी (मॉम)
- बेस्ट फिल्म – विलेज रॉकस्टार्स (असमिया भाषा)
- दादा साहेब फाल्के – विनोद खन्ना
- पॉपुलर फिल्म ऑफ द ईयर – बाहुबली (द कन्क्लूजन)
- बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस – दिव्या दत्ता (इरादा)
- बेस्ट डायरेक्टर – जयराज
- बेस्ट हिंदी फिल्म – न्यूटन
- बेस्ट तेलगु फिल्म – गाजी
- बेस्ट तमिल फिल्म – टू लेट
- बेस्ट बंगाली फिल्म – मयूरक्षी
- बेस्ट कन्नड़ फिल्म – हेब्बत रामाक्का
- बेस्ट मलयालम फिल्म – थोंडीमुथलम दृक्शियम
- बेस्ट उड़िया फिल्म – हेलो आर्सी
- बेस्ट मराठी फिल्म – कच्चा लिंबू
- बेस्ट गुजराती फिल्म – दह..
- बेस्ट असम फिल्म – इशू
- बेस्ट एक्शन डायरेक्शन अवार्ड – अब्बास अली मोगुल (बाहुबली- द कन्क्लूजन)
- बेस्ट म्यूजिक डायरेक्टर – ए आर रहमान (‘कात्रु वेलियिदाई‘ के लिए)
- बेस्ट लिरिक्स – जे एम प्रहलाद
- बेस्ट कोरियोग्राफर – गणेश आचार्य (‘गोरी तू लठ्ठ मार…‘ गाने के लिए)
- स्पेशल मेंशन – न्यूटन (पंकंज त्रिपाठी)