कठुआ और उन्नाव केस में इंसाफ मांग रहा बॉलीवुड, सोशल मीडिया पर निकली भड़ास
मुंबई। भारतीय फिल्म जगत के सदस्यों ने कठुआ और उन्नाव में दुष्कर्म की घटनाओं को खून को जमा देने वाली बर्बरता करार देते हुए दोषियों को सख्त से सख्त सजा देने की मांग की है। जम्मू के कठुआ जिले में रस्साना जंगलों से 17 जनवरी को एक आठ वर्षीय बच्ची आसिफा का शव बरामद हुआ था। बच्ची इससे एक सप्ताह पहले जंगल में घोड़ों को चराते हुए लापता हो गई थी। उसे एक मंदिर में कई दिन तक बंधक बनाकर रखा गया, उसे नशे में रखा गया, उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया और फिर हत्या कर दी गई।
उत्तर प्रदेश के उन्नाव में भाजपा विधायक और अन्य पर लड़की के साथ कथित रूप से सामूहिक दुष्कर्म करने का आरोप है। अपने साथ हुए अपराध के मुद्दे को उठाने के लिए लड़की ने मुख्यमंत्री आवास के सामने आत्महत्या की कोशिश की। उसके पिता को पुलिस ने उठा लिया। आरोप है कि उनकी बर्बर तरीके से पिटाई की गई और हिरासत में ही उनकी मौत हो गई।
बॉलीवुड हस्तियों ने ट्वीट कर इन घटनाओं पर अपना दर्द बयान किया है।
जावेद अख्तर ने कहा, “जो भी महिलाओं के लिए न्याय चाहते हैं, उन्हें आगे आकर उन्नाव और कठुआ में दुष्कर्म करने वालों और उनको बचाने वालों के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करनी चाहिए।”
टिस्का चोपड़ा ने कहा, “उन्नाव और कठुआ दुष्कर्म की खबरों को पढ़कर बेहद दर्द हुआ। सरकार कितनी मजबूती से प्रतिक्रिया देती है, इसी में इसकी परीक्षा होनी है। आगामी चुनाव में कम से कम मैं तो उन्हें वोट नहीं दूंगी जो इस बार कदम नहीं उठाएंगे।”
फरहान अख्तर ने कहा, “जरा सोचिए, उस आठ साल की बच्ची के दिमाग में क्या चल रहा होगा, जिसे कई दिनों तक नशा दिया गया, बंधक बनाया गया, कई दिनों तक उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया और बाद में उसकी हत्या कर दी गई। अगर आप उसका दर्द नहीं समझ सकते तो आप इंसान नहीं हैं। अगर आप आसिफा के लिए न्याय की मांग नहीं करते तो आपका कोई वजूद नहीं है।”
तमन्ना भाटिया ने कहा, “जम्मू एवं कश्मीर में आठ साल की मासूम से दुष्कर्म हुआ। एक 16 साल की लड़की के साथ (उन्नाव में) दुष्कर्म हुआ और उसके पिता को पीट कर मार डाला गया। किस तरफ जा रहा है देश? सुधार के लिए कितनी निर्भयाओं के बलिदान की जरूरत पड़ेगी? एक देश जो अपनी महिलाओं को सुरक्षित नहीं रख सकता, वह प्रतिगामी मानसिकता वाला होता है जिसके इलाज की जरूरत है।”
निमरत कौर ने कहा, “समान अधिकार/ लैंगिक समानता/ वेतन समानता. यह सभी बहुत दूर की बातें नजर आती हैं, विकसित देशों वाली। चलिए, हम पहले मानवता की अनुपस्थिति वाली निराशाजनक भयावहता को हल करने से शुरुआत करते हैं। आगे बढ़ने का सिर्फ एक ही रास्ता है कि इस खून जमा देने वाली बर्बरता के लिए न्याय मांगा जाए। दिल टूट गया है और डरी हुई हूं। आसिफा।”
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रेणुका शहाने ने कहा, “पीड़ित का धर्म और दुष्कर्मी का धर्म कभी भी कोई मायने नहीं रखना चाहिए। इसका कोई मतलब नहीं है। दुष्कर्म मानवता के खिलाफ अपराध है। भयावह है कि कुछ लोग दुष्कर्मियों का भी समर्थन कर सकते हैं। यकीन से परे जाकर स्तब्ध हूं। मानवता, तेरी आत्मा को शांति मिले।”
स्वरा भास्कर ने कहा, “घिनौना! कठुआ।”
वीर दास ने कहा, “यह सब पढ़कर सांस लेना मुश्किल हो रहा है। मैं इसे साझा करना चाहता हूं। आप भी करें, जरूर करें। आसिफा के लिए न्याय।”
राहुल ढोलकिया ने कहा, “एक बार फिर वही हत्या, दुष्कर्म, पुलिस द्वारा बचाया जाना। 15 अगस्त को उन्हें लाल किले पर फांसी पर लटकाएं।”
निखिल अडवाणी ने कहा, “आसिफा..हर रोज इस देश की आत्मा थोड़ा-थोड़ा मर रही है।”
रणवीर शोरी ने कहा, “अगर इन लोगों में हिंदू धर्म के लिए थोड़ा भी मान-सम्मान है तो यह उन लोगों के खिलाफ उठ खड़े होंगे जिन्होंने एक मंदिर का इस्तेमाल मासूम को बंधक बनाने, दुष्कर्म करने और उसकी हत्या के लिए किया। बेहद भयावह है कि जय श्री राम और भारत माता की जय के नारे इन जघन्य अपराधों को करने वालों के समर्थन में लगाए गए। यह भयावह जानवर भारत और हिंदू धर्म को तबाह कर देंगे। उन्नाव और कठुआ।”
A 8 year old is drugged, raped & murdered and another one is fighting for justice for herself and the death of her father in custody.
We have a choice either raise your voice or be a silent spectator.
‘Stand up for what is right even if you are standing alone.’#Kathua #Unnao— Riteish Deshmukh (@Riteishd) April 12, 2018
Please read this. If your blood boils, please share it. Because at a time when there's a section of people supporting these monsters, it'll mean some humanity is still alive.https://t.co/6RDgC16Y2U
— Shirish Kunder (@ShirishKunder) April 11, 2018
— Tamannaah Bhatia (@tamannaahspeaks) April 12, 2018
Imagine what goes through the mind of an 8 yr old as she is drugged, held captive, gang raped over days and then murdered.
If you don’t feel her terror, you are not human.
If you don’t demand Asifa get justice, you belong to nothing.— Farhan Akhtar (@FarOutAkhtar) April 12, 2018
An 8 year old girl was gangraped & murdered in a temple because she belonged to a Muslim tribe that Hindu right wing goons wanted evicted from their area! #Kathua #India this is on us!!!! If in #Delhi pls join TODAY #JusticeforAsifa pic.twitter.com/D8GTf3gYMl
— Swara Bhasker (@ReallySwara) April 12, 2018
Indian consciousness was raped in Unnao and then in Kathua. It’s now being murdered in corridors of our stinking systems. Come on ‘Mr System’, show us if you have the balls to punish the perpetrators, I challenge you. #KathuaMurderCase #UnnaoRapeCase
— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) April 12, 2018
All those who wish justice for women should stand up and raise their voices against the rapists and their protectors in Unnao and Kathua .
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) April 11, 2018
This is beyond horrible. How can anyone in their right senses defend these monsters? #JusticeforAsifa #JusticeforHumanity https://t.co/54dBAdECXu
— Rajkummar Rao (@RajkummarRao) April 12, 2018
Speak up against the horror of the #Kathua gang rape of an 8 year old -held captive in a temple, drugged, raped, mutilated, killed, uterus damaged. She was a Child & our flag was used to defend her rapists. Shame on the lawyers mob who blocked the court. https://t.co/4lTnX9Dm5W
— barkha dutt (@BDUTT) April 10, 2018
When you say you are Hindu and a nationalist are you trying to say that you are an intolerant hate-monger and rapist? If the answer is no then condemn those who have raped #Asifa. Show your nationalism by protesting against those who use religion as a pretext to justify crime.
— Hansal Mehta (@mehtahansal) April 12, 2018
Equal rights/gender bias/pay disparity all seem like such distant, first world concerns.Lets begin with addressing the unmentionable horrors of the absense of humanity.The only way forward, if at all, from this blood curdling barbarism is justice.Heartbroken and aghast. #Asifa
— Nimrat Kaur (@NimratOfficial) April 12, 2018
My heart is broken and I am filled with anger and disgust. Asifa has suffered and gone at the hands of criminals who have also evidently murdered our collective conscience! #Asifa #Kathua #Unnao
— Dia Mirza (@deespeak) April 12, 2018
I can't breathe after reading this. I need to share it. And so do you. Please do. #JusticeforAsifa https://t.co/tPKXuDcRX6
— Vir Das (@thevirdas) April 12, 2018
It's a barbaric crime.. Details are chilling and inhumane.. Time to bring the perpetrators to justice ASAP.. The punishment has to be severe and swift.. pic.twitter.com/ECchMH9Yap
— Ramesh Bala (@rameshlaus) April 12, 2018
The religion of the victim and the religion of the rapist should never matter! It is of no consequence! Rape is a crime against humanity!!! Appalled that some people can actually support rapists! 😡 Shocked beyond belief!
ज़मीर मर गया, इंसानियत शर्मसार हो गई। RIP humanity!!! 😡— Renuka Shahane (@renukash) April 12, 2018
So pained to read about #Unnao & #Kathua rapes.. how strongly the government responds will be its true test @PMOIndia .. at least I won’t vote for them coming elections if they don’t take action this time..
— Tisca Chopra (@tiscatime) April 12, 2018
An 8-year-old does not have any religion. She is a child.
An abuser of a child does not have any religion either. He is a monster.
Monsters have abused a child. This isn't about religion, this is about humanity. Don't lose your humanity over your religion. Pick your side. #Kathua— Nikhil Taneja (@tanejamainhoon) April 12, 2018