राज्यपाल राम नाईक ने बजरंग दल के आर्म्स ट्रेनिंग का किया समर्थन

राम नाईकलखनऊ। उत्तरप्रदेश में बजरंग दल कार्यकर्ताओं की हथियार चलाने की ट्रेनिंग को राज्यपाल राम नाईक ने उचित ठहराया है। इस ट्रेनिंग को लेकर राज्यपाल ने कहा कि इस प्रकार के प्रशिक्षण से किसी को कोई नुकसान नहीं है और ये कोई बड़ा मुद्दा नहीं।

राम नाईक ने ठहराया उचित

अलीगढ़ के एक कार्यक्रम में शिरकत करने आये राम नाईक का बजरंग दल के प्रशिक्षण शिविर में हथियारों का प्रशिक्षण दिए जाने को लेकर कहना है कि सभी तरह की शिक्षाएं जरूरी हैं। कोई अगर खुद की रक्षा नहीं कर पा रहा तो वह समाज का रक्षण कैसे करेगा? ये बड़ा मुद्दा नहीं है।

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वहीं, राम नाईक ने प्रदेश के लॉ एंड आर्डर पर चिंता जताई और साथ ही कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अच्छा करने की कोशिश में लगे हैं मगर उन्हें अभी और अच्छा करने की जरूरत है।

अलीगढ़ के एक कॉलेज वार्षिकोत्सव में आज राम नाईक ने मुंबई में कई वर्षों से शिवसेना व महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के निशाने पर रहे उत्तर भारतीयों की जमकर तारीफ की।

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उन्होंने कहा कि मुंबई में उत्तर भारतीय 25 से 30 फीसद हैं, मगर उन्होंने अपनी मेहनत से इसे हिंदुस्तान की आर्थिक राजधानी बना दिया। यदि यही श्रम लोग उत्तर प्रदेश में लगा दें तो इस राज्य की सूरत ही बदल जायगी यहां लगा दें।

राज्यपाल ने विश्वविद्यालयों के दीक्षांत समारोह में गाउन पहनने व कैप उछालने पर भी एतराज जताया। कहा, यह अंग्रेजी व्यवस्था है, उसे बदलना चाहिए।

वहीँ, वार्षिकोत्सव में बच्चों की कम उपस्थिति देख राज्यपाल नाराज हो गए। कार्यक्रम के बाद उन्होंने कमिश्नर और डीआइजी से पूछ लिया कि आखिर बच्चों के कार्यक्रम में बच्चों को ही क्यों रोक लिया गया? इसपर अधिकारियों को जवाब देते नहीं बना।

गौरतलब है कि, प्रदेश में बजरंग दल अपने कार्यकर्ताओं को हथियारों की ट्रेनिंग दे रहा था। यह ट्रेनिंग हिन्दू रक्षा के नाम पर दी जा रही थी। हथियारों की ट्रेनिंग के लिए कैम्प अयोध्या में लगाया गया है। अयोध्या में आयोजित कैंप में राइफल, तलवार और लाठियां चलाने की ट्रेनिंग दी गई।

इसको लेकर संगठन का कहना था कि यह ट्रेनिंग हिंदूओ की उन लोगों से सुरक्षा के लिए दी जा रही है, जो हमारे भाई नहीं हैं। अन्य जिलों में ऐसे ही कैंप लगाये जायेंगे। पांच जून को सुल्तानपुर, गोरखपुर, पीलीभीत, नोएडा और फतेहपुर में भी इस तरह के कैंप लगाए जाएंगे। बजरंग दल विश्व हिन्दू परिषद का यूथ विंग है।

बजरंग दल के ट्रेनिंग कैंप की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई थीं। इसके बाद एमआईएम नेता और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बजरंग दल कार्यकर्ताओं की हथियार चलाने की ट्रेनिंग पर आपत्ति जताई थी। उन्होंने बजरंग दल कार्यकर्ताओं को जोकर कहते हुए मांग की है कि इन्हें सीमा पर भेज दिया जाए।

उन्होंने आतंकियों को एक खास मजहब का दिखाने पर भी सवाल उठाये थे। बजरंग दल के कैंप में आतंकियों के तौर पर दिखाए गए युवकों ने मुस्लिम टोपी पहनी थी। ओवैसी ने इस बात पर भी आपत्ति जताई थी।

सांसद ओवैसी ने ट्वीट करते हुए पूछा था कि अगर मुस्लिम संस्थाओं में भी इसी तरह हथियारों की ट्रेनिंग दी जाए तो क्या कहा जाएगा?

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