ये दाल आपको कर रही है अंदर से खोखला, कुछ ही सालों में बना देगी अपंग

नई दिल्ली। दाल में प्रचुर मात्रा में प्रोटीन और विटामिन पाया जाता है जोकि हड्डियों को मजबूत बनाने का काम करता है। लेकिन आज के दौर में दाल पीना फायदेमंद नहीं बल्कि जहर का स्त्रोत बनता जा रहा है। जी हां, मिलावटी दाल आपके शरीर को कई बीमारियों से घेर रही है। इन बीमारियों में से परालायसिस बहुत ही सामान्य बीमारी मानी जाती है। ऐसा तब होता है जब अरहर दाल में खोसरी दाल मिलाई जाती है।

दाल

अब व्यापारियों ने ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए अरहर दाल में एक विशेष तरह की निम्न दर्जे की दाल की मिलावट करनी शुरू कर दी है। इस निम्न दर्जे की दाल का नाम खोसरी दाल है जो शरीर के निचले हिस्से को अंपग बना देता है।

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वहीं वैज्ञानिकों ने एक शोध में पाया कि खोसरी दाल में ठक्जेलीडाई-अमीनो-प्रोपियोनिक अम्ल (ओडीएपी)  होता है जिसकी वजह से शरीर का निचला हिस्सा अपंग हो जाता है। इस दाल का सेवन करने से तंत्रिका तंत्र सुन्न हो जाती है। इस रोग को लैथीरिज्म के नाम से जाना जाता है। ये रोग मनुष्य और पशुओं दोनों में होता है। इसी वजह से शरीर का निचला हिस्सा काम करना बंद कर देता है।

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बता दें कि खोसरी दाल बिलकुल अरहर के दाल की तरह होती है, इसी वजह से इनको पहचान पाना मुश्किल हो जाता है। खोसरी दाल बेहद ही स्स्ती होती है और ये निम्न दर्जे की श्रेणी में आती है जिसकी वजह से भारत सरकार ने 1961 में इस पर पाबंदी लगा दी थी। शुरुआत में इस दाल को पशु आहार के रुप में इस्तेमाल किया जाता था लेकिन पशुओं में इसके घातक प्रभाव देखकर इस पर रोक लगा दी गई थी। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने इस साल की शुरुआत में इस दाल पर से प्रतिबंध हटा लिया था

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