
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार के खादी विभाग ने अपने वस्त्रों की ब्रांडिंग करने और उसे अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाने के लिए खादी विभाग और ऑनलाइन विक्रेता कंपनी अमेजन के बीच मंगलवार को एक करार हुआ, जिसके तहत अब अमेजन पर खादी की भी बिक्री होती नजर आएगी। गांधी का प्रतीक खादी वस्त्र पहले कर मुक्त हुआ करता था, लेकिन पिछले साल से इस पर भी जीएसटी लागू है।
यहां स्थित ताज होटल में एक कार्यक्रम के दौरान अमेजन के वरिष्ठ अधिकारी गोपाल पिल्लै और उप्र खादी ग्रामोद्योग मंत्री सत्यदेव पचौरी एवं खादी विभाग के प्रमुख सचिव नवनीत सहगल की मौजूदगी में यह करार हुआ। इस मौके पर कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
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कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नवनीत सहगल ने कहा कि उप्र की खादी को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए अमेजन के साथ एक एमओयू हुआ है। इसके तहत अमेजन अपनी वेबसाइट पर यूपी खादी के नाम से यहां के खादी वस्त्र बेचेगी।
उन्होंने कहा कि इसके लिए अभी तक उप्र से जुड़ी आठ संस्थाओं के उत्पाद अमेजन पर उपलब्ध हैं। बाकी 40 संस्थाओं के उत्पाद जल्द ही अमेजन की वेबसाइट पर खरीदारी के लिए उपलब्ध होंगे। इससे उप्र की खादी को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलेगी।
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इस मौके पर खादी मंत्री सत्यदेव पचौरी ने कहा कि उप्र में खादी को लोकप्रिय और जनप्रिय बनाने के लिए अमेजन के साथ यह समझौता किया गया है। इससे खादी के ब्रांड को और बढ़ावा मिलेगा और विदेशों में बैठे लोग भी आसानी से खादी वस्त्र खरीद सकेंगे।