
अगर इन दिनों भारत में रह रहे लोग या खासकर उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड का सामना कर रहे लोगों से बिन स्वेटर निकलने को कहा जाए तो, इतना सुनने मात्र से जुकाम हो जाएगा। लेकिन 25 देशों के हजारों लोग 3 डिग्री के करीब तापमान में बिना पैंट या जींस पहने ही जश्न मनाने निकल पड़े।
हजारों युवाओं ने सालाना आयोजित होने वाले ‘नो पैंट्स डे’ फ्लैश मॉब में हिस्सा लिया है। जहां लड़के और लड़कियां बिना पैंट के मेट्रो में सफर करते हैं। नो पैंट्स डे की शुरुआत न्यूयॉर्क में हुई थी, वो भी 17 साल पहले। लेकिन अब यह 25 देशों के 60 शहरों में होने लगा है।
जानिए, ‘नो पैंट्स डे’ की खास बातें…
विभिन्न शहरों के युवा बिना किसी शर्म के बिना पैंट के चलते नजर आते हैं। इनमें बड़ी संख्या लड़कियों भी शामिल होती हैं।
लंदन में 400 से अधिक लोगों ने रविवार को हिस्सा लिया, जबकि शहर का तापमान 3 डिग्री पर पहुंच गया था।
इस इवेंट की शुरुआत बहुत ही मामूली बात से हुई थी, वह था- लोगों को हंसाना।
इंप्रोव एवरीह्वेयर नाम के प्रैंक कलेक्टिव इसका आयोजन करता है। उनका कहना है कि अजनबी यात्री किसी मेट्रो स्टेशन पर ट्रेन में सवार होते हैं, सर्दियों के मध्य में वह भी बिना पैंट के।
इवेंट में पार्टिसिपेट करने वाले लोग ऐसे बर्ताव करते हैं जैसे वे एक-दूसरे को नहीं जानते हों।
हालांकि, कई कपल इवेंट में शिरकत करते हैं और इस दौरान फोटोज में प्यार जताते भी नजर आते हैं।
डेली मेल के मुताबिक, 25 देशों के 60 शहरों में कई हजार लोग नो पैंट्स डे में शामिल हुए।
प्राग, लंदन, बर्लिन, ब्रिसबेन, म्यूनिख सहित तमाम शहरों में लोग नो पैंड्स डे में शरीक होते देखे गए।
ऑफिस जाने वाले लोगों ने भी इस इवेंट में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
इवेंट में शामिल होने वाले लोग कोट, हैट, स्कार्व और ग्लव्स समेत सबकुछ पहनते हैं सिवाए पैंट्स के।