क्या शिक्षा क्षेत्र डिजिटल रूप से तैयार है?

शिक्षा क्षेत्रनई दिल्ली| भारतीय अर्थव्यवस्था में तीव्रता से आगे बढ़ रहे शिक्षा क्षेत्र के लिए भारत सरकार ने अपने 2017 के केंद्रीय बजट में स्कूल शिक्षा के लिए लगभग 46,356.25 करोड़ रुपये और उच्च शिक्षा के लिए लगभग 33,329.70 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। एक रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है। प्रशिक्षण कौशल के रूप में शिक्षा प्रणाली को ‘डिजिटल’ रूप से विकसित करने के लिए तैयार किया जा रहा है। शिक्षा क्षेत्र में आए इन बदलावों के कारण लोगों को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है जिसके कारण ‘डिजिटलीकरण’ में कई चुनौतियां सामने आ रही हैं। इन चुनौतियों को कम करने के लिए प्रशिक्षण कर्मचारियों को पूरी तरह से अपडेट करने के लिए शिक्षा क्षेत्र के विकास की आवश्यकता है।

अब ‘सौभाग्य’ से हर घर होगा रोशन, सीएम योगी आज करेंगे शुभारंभ

यूथ फॉर वर्क के संस्थापक एवं सीईओ रचित जैन ने कहा, “शिक्षा प्रणाली में जारी डिजिटलीकरण मेगाटेरेन्ड के जुड़ने से कई विकास हुए हैं। शिक्षा प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए अन्य गतिविधियों पर भी ध्यान देना होगा और शिक्षकों को अपने छात्रों का मार्गदर्शन करने के लिए कक्षा में लैपटॉप और प्रेजन्टेशन के द्वारा उनके ज्ञान को बढ़ाना होगा।”

उन्होंने कहा, “भारत के हर क्षेत्र तक शिक्षा पहुंचना एक बहुत बड़ी समस्या है लेकिन डिजिटलिकरण ने शिक्षा को हर क्षेत्र तक पहुंचाने की चुनौती को काफी हद तक कम कर दिया है। मगर जब शिक्षा की गुणवत्ता की बात की जाती है तो वहां अभी भी बहुत सी कमियां है जिसके परिणामस्वरूप शिक्षा की नींव कमजोर पड़ गई है। शिक्षा की कमजोर नींव का प्रभाव छात्रों की शिक्षा पर पड़ रहा है जिसके कारण उन्हें रोजगार के अवसर तलाश करते समय कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, इतना ही नही इस के कारण देश में बेरोजगारी और कौशल की कमी भी हो रही है। इस समस्या को हल करने के लिए सरकार कई प्रायस कर रही है लेकिन इसके लिए सभी निजी, सार्वजनिक और तकनीकी शक्तियों के एक बड़े पैमाने पर एक साथ रखने की आवश्यकता है।”

जैन ने कहा, “यूथ4वर्क के प्रेप टेस्ट – प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए ऑनलाइन अभ्यास परीक्षण उम्मीदवारों के बीच बहुत ही अनोखे और लोकप्रिय हैं। उम्मीदवार स्व-डिजाइन मॉक टेस्टों के माध्यम से कई विषयों का अलग-अलग अभ्यास कर सकते हैं। यूथ4वर्क की अनोखी तकनीक लाखों उम्मीदवारों को व्यक्तिगत रुप से अपने कौशल का विकास करने में मदद कर रही है, जिसकी मदद से उम्मीदवार किसी भी परीक्षा के लिए स्वयं के प्रदर्शन को बेहतर बना रहे है।”

गुजरात चुनाव : 4 विधानसभा क्षेत्रों के 6 मतदान केंद्रों पर दुबारा वोटिंग जारी

उन्होंने सीबीएसई बोर्ड में 90 प्रतिशत और उससे अधिक अंक प्राप्त करने के लिए मुख्य तरीके बताए जिनमें फोकस बनाए रखना, अपनी गति बढ़ाए, अपनी क्षमता में सुधार करें, मॉक टेस्ट का प्रयोग करें, समय बर्बाद ना करें, पिछले सालों के पेपर्स को तैयार करें,आत्मविश्वास को बढ़ाए शामिल हैं।

उन्होंने कहा, “अक्सर अस्थिर तनाव के कारण भी आप अच्छी तैयारी होने पर भी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते है। इसलिए परीक्षा से पहले विश्वास और स्थिर होना बहुत महत्वपूर्ण होता है। अगर आपके लिए शांत होना मुश्किल हो तो आप कुछ सांस से संबंधीत व्यायाम कर सकते है, जिससे आपको बेहतर आराम मिलेगा और परीक्षा के दिन आपका प्रदर्शन भी अच्छा होगा।”

LIVE TV