रेलवे ने बदला राजधानी का चेहरा, ऑटो टॉयलेट लॉकिंग समेत इन सुविधाओं से हुई लैस
नई दिल्ली। भारतीय रेलवे को बेहतर बनाने के लिए राजधानी ट्रेनों को मॉडर्न फैसिलिटीज से जोड़ा जा रहा है। इसके लिए सबसे पहले नई दिल्ली-सियालदाह स्वर्ण राजधानी ट्रेन लॉन्च की गई। इसे बुधवार को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से प्रदर्शित किया गया।
क्या है कोच के अदंर-
टॉयलेट ऑटो लॉकिंग, सीटों पर एक्स्ट्रा मोबाइल पॉकेट, सीसीटीवी कैमरा, बर्थ इंडिकेटर, शीशों के ऊपर एलईडी लाइटिंग, टॉयलेट में गीजर, गर्म और ठंडा पानी को मिक्स करने वाले डिस्पेंसर और ऑटोजेनिटर आदि लगाए गए हैं।
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इसके साथ ही डिटर्जेंट के साथ परफ्यूम स्प्रे भी बाथरूम में लगाए गए हैं। टॉयलेट को खूबसूरत दिखने के लिए सिंथेटिक मार्बल का इस्तेमाल किया गया है। स्टेशनों पर गंदगी ना हो इसके लिए भी इस योजना के तहत कोच के टॉयलेट में बदलाव किए गए हैं।
खबर यह भी है कि ट्रेन रुकते ही टॉयलेट का गेट खुद ही बंद हो जाएगा। ऐसे में ट्रेन के रुकने पर शौचालय का उपयोग संभव नहीं हो सकेगा और ट्रेन के चलते ही डोर लॉक खुल जाएगा। वहीं रेलवे बोर्ड के सदस्य अरुण सक्सेना का कहना है कि स्वर्ण योजनाके तहत पुराने कोचों को अपग्रेड कर उनकी सूरत बदल दी गई है। कई छोटे बड़े बदलाव कर कोचों को आरामदायक बनाया गया है। सक्सेना के मुताबिक प्रति कोच को अपग्रेड करने के लिए 50 लाख रुपए का खर्च आया है। 2018 में 13 राजधानी एक्सप्रेस और 11 शताब्दी ट्रेनें गोल्डन कलर में नजर आएंगी।