
भारत देश के बच्चों के लिए चाचा नेहरु का सपना सबसे अलग और अनोखा रहा। यही वजह है कि चिल्ड्रेन्स डे पर स्कूलों में खास कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इस दिन अध्यापक नेहरु जी की दी गई सीख को बच्चों को समझाने का प्रयास करते हैं।
इस तरह से बच्चों के जीवन में चाचा नेहरु के महत्व को बनाए रखने की कोशिश की जाती है। कई देशों में बाल दिवस 1 जून को मनाया जाता है। वहीं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बाल दिवस या चिल्ड्रन डे 20 नवंबर को मनाया जाता है। इस दिन चाचा नेहरु के इन संदेशों को बच्चों को बताकर जीवन के महत्व और भविष्य के लिए उत्साहित किया जा सकता है।
नेहरू की खास बातें
-यदि हम खुली आंखों से खोजे तो यहां रोमांच का कोई अंत नहीं है।।
-संकट और गतिरोध जब होते हैं तो वो हमें कम से कम एक फायदा देते हैं, वो हमें सोचने पर मजबूर करते हैं।।
-असफलता तभी आती है जब हम अपने आदर्श उद्देश्य और सिद्धांत भूल जाते हैं।।
-जो व्यक्ति भाग जाता है वो शांत बैठे व्यक्ति की तुलना में अधिक खतरे में पड़ जाता है।।
-जो पुस्तकें हमें सोचने के लिए विवश करती हैं, वो ही हमारी सबसे ज्यादा सहायक होती हैं।।
-आप तस्वीर के चेहरे दीवार की तरफ मोड़ के इतिहास का रुख नहीं बदल सकते हैं।
-दूसरों के अनुभवों से लाभ उठाने वाला बुद्धिमान होता है।
-बहुत अधिक सतर्क रहने की नीति सभी खतरों में सबसे बड़ी है।
-चुनाव जनता को राजनीतिक शिक्षा देने का विश्वविद्यालय है।
-अज्ञानता हमेशा बदलाव से डरती है।
-जीवन ताश के पत्तों के खेल की तरह है। आपके हाथ में जो है वो नियति है, जिस तरह से आप खेलते हैं, वो आपकी स्वतंत्र इच्छा है।
-हमारे अंदर सबसे बड़ी कमी ये है कि हम चीजों के बारे में बात ज्यादा करते हैं और काम कम करते हैं।
-समय सालों के बीतने से नहीं मापा जाता है बल्कि किसी ने क्या किया, क्या महसूस किया, और क्या हासिल किया इससे मापा जाता है।
-बिना शांति के, और सभी सपने खो जाते हैं और राख में मिल जाते हैं।