मेरठ : अमित जानी मंगलवार को करेंगे कोर्ट में सरेंडर

अमित जानीमेरठ। कन्हैया कुमार और उमर खालिद की हत्या की साजिश रचने और जेएनयू कैम्पस में हथियार भेजने के आरोपी और उत्तर प्रदेश नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष अमित जानी सोमवार को कचहरी में सरेंडर नहीं कर पाए। उन्होंने एक सप्ताह पूर्व सरेंडर की अर्जी कोर्ट में डाली थी। वकीलों की हड़ताल के कारण सरेंडर प्रक्रिया नहीं हो पायी।

अमित जानी आज नहीं कर पाए सरेंडर

वहीं इस मामले पर अमित जानी ने कहा कि वे अब मंगलवार को अदालत में आत्मसमर्पण करेंगे। बता दें कि 2012 में मेरठ के रामलीला मैदान में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को काले झंडे दिखाने के एक मामले में अमित ने सरेंडर के लिए कोर्ट में अर्जी डाली थी। इस मामले में उनके खिलाफ न्यायालय से गैर जमानती वारंट चल रहे हैं इसके अतिरिक्त वर्ष 2010 में शिव सेना के दफ्तर में तोड़-फोड़ तथा विधान सभा चुनाव के दौरान कंकरखेड़ा में हथियार लहराने का मामला भी अमित जानी पर चल रहा है।

दोनों मामलों में अमित जानी अदालत में हाजिर न होने की वजह से वांछित चल रहे हैं। अपने पुराने मुकदमों में हुए गैर जमानती वारंट को दिल्ली पुलिस से बचने का हथियार बनाते हुए अमित जानी ने मेरठ में सरेंडर की अर्जी डाली है। जिसमें सोमवार को वे समर्पण के लिए हाजिर हो गए। हालांकि वकीलों की हड़ताल के कारण वे कोर्ट में सरेंडर नहीं कर पाए। अमित जानी ने बताया कि वे मंगलवार को कोर्ट में सरेंडर करेंगे।

अमित जानी के खिलाफ ये है मामला-

14 अप्रैल को दिल्ली पुलिस ने डीटीसी बस से एक पिस्टल और चार जिन्दा कारतूस बरामद किए थे। पुलिस का दावा था कि जांच में यह मालूम चला कि ये हथियार अमित जानी द्वारा कन्हैया और उमर खालिद की हत्या के लिए भेजे जा रहे थे। पुलिस ने यह भी खुलासा किया था कि दो पिस्टल अमित जानी द्वारा पहले से ही जेएनयू में पहुंचा दिए गए थे और किसी भी समय कन्हैया की हत्या हो सकती थी। पुलिस ने इसी को ध्यान में रखते हुए कन्हैया की सुरक्षा भी बढ़ा दी थी। पुलिस ने बताया था कि ये तीन पिस्टल अमित जानी ने वर्ष 2015  में असदुद्दीन ओवैसी की हत्या करने के लिए खरीदे थे, जिनका बाद में कन्हैया कुमार के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था।

प्रस्‍तुति – आदेश कुमार

LIVE TV