
रिपोर्ट— जगदीश पाण्डेय
बागेश्वर। बागेश्वर में प्रधान संगठन ने गांवों को नगर पालिका में मिलाने का विरोध शुरू कर दिया है। बागेश्वर नगर पालिका के विस्तार में 21 गांव पालिका में शामिल होंगे। प्रधानों ने विरोध में मुख्य मोटर मार्ग में सांकेतिक जाम कर प्रदर्शन किया।
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उन्होंने कहा कि यदि मनमानी की गई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। प्रधानों ने इसे जनता के खिलाफ बताया। उन्होंने कहा कि नगर पालिका में गांवों का विलय कतई नहीं होने देंगे।
ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत, जिला पंचायत सदस्य समेत ग्रामीणों ने एसबीआई तिराहे पर चक्काजाम किया। उन्होंने कहा कि पहले सुविधाएं दो फिर पालिका में मिलाने की बात की जाये।
उन्होंने कहा कि यदि गांवों के साथ छेड़छाड़ की गई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। ग्रामीणों ने कहा कि वह लगातार पालिका में गांवों को मिलाने का विरोध कर रहे हैं। लेकिन उनकी एक भी नहीं सुनी जा रही है।
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उन्होंने कहा कि बागेश्वर नगर पालिका के पास संसाधन नहीं है। पालिका की भूमि में अतिक्रमण हो गया है। ट्रंचिंग ग्राउंड नहीं बना है। सीवर लाइन का मामला लटका हुआ है। यहां तक की पार्किंग भी नहीं है। लोगों के पास शौचालय तक नहीं हैं। इधर गांव आबाद हैं। वहां ओडीएफ हो गया है। शहर के बजाए गांव में कूड़ा कम है। उन्होंने कहा कि गांवों से छेड़छाड़ कतई मंजूर नहीं होगी।