भारत के इन शहरों में होती है लंकेश की पूजा

रावण की पूजा विजयदशमी के दिन वैसे तो पूरा देश बुराई पर अच्छाई की जीत पर रावण का दहन करता है. लेकिन  देश के कुछ हिस्सों में इस दिन पूजा करने का चलन है. ऐसा करने के पीछे कई प्रकार के मान्यताएं हैं. देश के इन शहरों और गांवों में रावण की पूजा की जाती है.

कानपुर

उत्तर प्रदेश के शहर कानपुर में रावण का बहुत ही भव्य मंदिर है. कानपुर के शिवाला इलाके के मंदिर में दशहरे के दिन रावण की पूजा शक्ति के प्रतीक के रूप में पूजा की जाती है. यहां पर लोग मंदिर में तेल के दीपक जलाकर रावण की पूजा करते हैं और मन्नतें भी मांगते हैं. ऐसा भी कहा जाता है कि रावण के इस मंदिर का दरवाजा केवल साल में दशहरे के दिन ही खोला जाता है. दशहरे के दिन इस मंदिर में भक्तों की लम्बी लाइन लगी रहती है.

राजस्थान

राजस्थान के जोधपुर जिले के मंदोदरी नाम की जगह को रावण और मंदोदरी का विवाह स्थल माना जाता है. रावण के विवाह स्थल पर आज भी रावण की चवरी के नाम से एक छतरी रखी गयी है.

हिमाचल प्रदेश

हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में शिवनगरी के नाम से प्रसिद्ध बैजनाथ कस्बा है. इस कस्बे के लोग रावण का पुतला जलाना महापाप मानते हैं. यहां पर लोग पूरी श्रद्धा के साथ रावण की पूजा करते हैं. ऐसा कहा जाता है कि रावण ने कई सालों तक बैजनाथ में भगवान शिव की तपस्या करके मोक्ष का वरदान प्राप्त किया था.

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विदिशा

मध्यप्रदेश के विदिशा जिले में एक गांव है, जहां पर रावण का मंदिर बना हुआ है और रावण की पूजा की जाती है. मंदसौर जिले के खानपुरा  क्षेत्र में रावण रूण्डी नाम के स्थान पर रावण की विशाल मूर्ति है. मान्यता के अनुसार रावण मंदसौर (दशपुर ) का दामाद था. ऐसा कहा जाता है कि मंदोदरी के नाम पर ही दशपुर का नाम पड़ा.

कर्नाटक

कर्नाटक के कोलार जिले में लोग फसल महोत्सव के दौरान रावण की पूजा करते हैं. यहां के लोग रावण की पूजा इसलिए करते हैं क्योंकि रावण भगवान शिव का बहुत बड़ा भक्त था. इस राज्य के मंड्या जिले के मालवल्ली तहसील में रावण का बहुत भव्य मंदिर भी बनाया गया है.

 

 

 

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