पीड़ित महिलाओं के लिए यह महिला बनी भगवान, बिना पैसे लिए दिलाती है न्याय
गाजियाबाद। खुद्दारी भरी इस दुनिया में आज भी कुछ लोग ऐसे है जो अपने लिए नहीं बल्कि दूसरों की खुशी के लिए जीते है। ऐसी ही एक महिला सामने आई है जिसने ना सिर्फ महिलाओं के हक के लिए लड़कर उन्हें जीत दिलाई है बल्कि गरीब महिलओं से बिना रुपए लिए उनका केस भी लड़ा है।
इंदिरापुरम की 31 वर्षीय ऐडवोकेट अंजुल द्विवेदी गरीब पीड़ित महिलाओं से कोई फीस नहीं लेती बल्कि अपनी बचे हुए पैसों से वो पीडिताओं की मदद करती हैं। इसके साथ ही अंजुल इलाहाबाद में ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान से भी जुड़ी हुई हैं।
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अंजुल ने कहा “जब मेरे पास कोई ऐसी पीड़ित महिला आती है जो अपने केस के लिए फीस नहीं दे सकती, तो मैं उनका केस बिना पैसा लिए ही लड़ती हूं”।
आगे कहा “मेरे पास तलाक के मामले आएं या फिर सिविल केस, सबसे पहले मैं काउंसलिंग करती हूं और कोशिश करती हूं कि बिना केस फाइल किए ही मामला सुलझ जाए। अभी तक करीब 75 केस इस तरह से सुलझाया है”।
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बता दें कि अंजुल स्कूल के समय से ही दूसरों की मदद करती आ रही हैं। अंजुल ने अब तक करीब 105 केस फ्री में लड़े हैं जिनमें पीड़ित महिलाओं को न्याय भी मिला है।