सुलगते दार्जिलिंग को शांत कराएगी प्रशांत तमांग की आवाज!
नई दिल्ली : दार्जिलिंग में चल रहे दंगे रुकने का नाम नहीं ले रहें हैं. ये दंगें अलग गोरखालैंड राज्य की मांग पर हो रहे हैं. इसका समर्थन अभी तक केवल वहां के स्थानीय लोग इसका समर्थन कर रहे थे. लेकिन अब इस आन्दोलन के समर्थन में इंडियन आईडल से पहचान पाए प्रशांत तमांग उतरे हैं.
प्रशांत पहाड़ों से काफी जुड़े हुए हैं. अलग गोरखालैंड राज्य की मांग के समर्थन में आए प्रशांत ने कहा कि उनकी सफलता में पहाड़ के लोगों का बहुत बड़ा योगदान है. दार्जिलिंग हमारी मातृभूमि है और वो अपनी मातृभूमि पर लाठिया बरसते नहीं देख सकते.
प्रशांत तमांग वैसे दार्जिलिंग के रहने वाले हैं लेकिन उनकी मां नेपाली और पिता भारतीय गोरखा थे. यहीं वजह हैं कि प्रशांत आन्दोलन का समर्थन कर रहे हैं
प्रशांत ने इस दंगे पर कहा कि वह गोरखालैंड के लिए एक गीत लिखना और गाना गाने की योजना बना रहें है. वो भी एक अलग राज्य के लिए ‘जोरदार समर्थन’ में है. प्रशांत ने कहा- मुझे दुख हो रहा है. क्या दार्जिलिंग एक युद्ध क्षेत्र है? या सीमा? सेना और केंद्रीय बलों को वहां क्यों भेजा जा रहा है? गोरखालैंड के लिए संघर्ष रोका नहीं जा सकता. क्या आप चुप रहेंगे अगर आपकी मां पर लाठीचार्ज हो रहा हो?
इंडियन आईडल से मिली पह्चान
इंडियन आइडल में उनकी सफलता ने तमांग को प्रसिद्धि की ऊंचाई पर पहुंचा दिया. वह दुनिया के दौरे पर गए. उनकी दो एल्बमों को जारी किया गया. बता दें कि उन्होंने आधा दर्जन नेपाली फिल्मों में काम किया. बाद में वह नेपाल और फिर कोलकाता चले गए. तमांग और उसकी मां हाल ही में अपनी पत्नी के साथ दिल्ली में शिफ्ट हो गए है.