बड़ी खबर : भाजपा को लगा झन्नाटेदार चुनावी झटका, दोबारा होंगे विधानसभा चुनाव!

ईवीएम में छेड़छाड़नई दिल्ली। देश की कई विधान सभाओं में चुनाव होने के बाद अब मध्यप्रदेश में उपचुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं। इनके बीच एक ऐसा मामला सामने आया जिसने पूरे देश को हिला कर रख दिया। दरअसल यहां के भिंड जिले में एक अभ्यास के दौरान ‘वीवीपीएटी’ मशीनों से केवल भाजपा के निशान वाली पर्चियां निकलीं। इस पूरी मामले का वीडियों भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। ऐसी घटना के सामने आने से कहीं न कहीं उन आरोपों को बल मिलता है, जिन्हें यूपी, मनीपुर, गोवा और पंजाब में हुए विधानसभा चुनावों के बाद विपक्षियों ने भाजपा पर लगाए थे। बता दें विपक्षियों ने ईवीएम में छेड़छाड़ का आरोप लगाया था।

ईवीएम में छेड़छाड़

बता दें बीते चुनावों में भाजपा ने प्रचंड जीत हासिल की थी। इस जीत पर कई विपक्षी दलों ने ईवीएम मशीन में छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। भिंड में अगले सप्ताह उपचुनाव होना है और यह अभ्यास के लिए किया जा रहा था।

वीडियो सामने आने के बाद विपक्षी पार्टियों के नेता ईवीएम से छेड़छाड़ का आरोप लगा रहे हैं। इस मुद्दे पर दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक आज शाम मुख्य चुनाव आयुक्त से मुलाकात करेंगे।

ख़बरों के मुताबिक़ अभ्यास के दौरान चाहे जो भी बटन दबाया गया उससे निकली सारी पर्चियां यह दिखा रही थीं कि वोट भाजपा को गया है।

रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया कि मध्यप्रदेश की मुख्य चुनाव अधिकारी सलीना सिंह ने पत्रकारों को समाचार पत्रों में यह न्यूज नहीं देने के लिए कहा है।

इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि अगर यह बात बाहर गई तो पुलिस थाने में हिरासत में रखा जाएगा यह कहते देखा गया था। हालांकि सलीना सिंह को वीडियो में अधिकारियों के साथ हंसी में यह बात कहते हुए दिखा गया है।

इस वीडियो के सामने आने के बाद विपक्षी पार्टी के नेताओं ने इसे सोशल मीडिया पर शेयर करने के साथ चुनाव आयोग के सामने भी यह मामला उठाया है।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह, आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीषा सिसोदिया ने ट्विटर पर वीडियो को शेयर कर बीजेपी पर निशाना साधा।

सिसोदिया ने लिखा- “बटन कोई भी दबाओ, वोट कमल को पड़ेगा…पर्ची में कुछ भी आए, प्रेस में नहीं आना चाहिए… नहीं तो पत्रकार को थाने में बिठा देंगे। लोकतंत्र खत्म।”

इलेक्शन कमीशन के एक प्रवक्ता कहा,‘‘ हमने जिला निर्वाचन अधिकारियों से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है और शाम तक हम इस संबंध में कोई जवाब देंगे।’’

वीवीपीएटी एक ऐसी मशीन होती है जिससे निकली पर्ची यह दिखाती है कि मतदाता ने किस पार्टी को वोट दिया है। मतदाता केवल सात सेकेंड़ तक इस पर्ची को देख सकता है इसके बाद यह एक डिब्बे में गिर जाती है और मतदाता इसे अपने साथ नहीं ले जा सकता।

LIVE TV