सावधान! ये कंपनी बनाती है कामुक खिलौनों की आड़ में आपकी गंदी वीडियो क्लिप, देना पड़ा हर्जाना     

सेक्स टॉयनई दिल्ली : कनाडा की ओटावा स्थित सेक्स टॉय बनाने वाली जानीमानी कंपनी स्टैंडर्ड इनोवेशन के ऊपर उसके हज़ारों ग्राहकों ने सितंबर 2016 को मुकदमा दायर किया था. ग्राहकों ने आरोप लगाया था कि, कंपनी उनके अंतरंग पलों की जासूसी कर रही है. उस समय कंपनी ने कोर्ट में ग्राहकों को गलतफैमी का शिकार बताया था. लेकिन कई महीनों तक अपनी बात साबित न कर पाने के बाद शुक्रवार को कंपनी ने अपने अमरीकी यूज़र्स को 40 लाख डॉलर का सामूहिक भुगतान देने की घोषणा की है.

रिपोर्ट के मुताबिक, मामले की समस्या वी कनेक्ट एप है जो वी-वाइब वाइब्रेटर से जुड़ा हुआ है. इस ऐप के जरिए ही कंपनी लोगों की सेक्स से जुड़ी आदतों का डेटा इधर-उधर भेजा करती थी. इस डाटा में यूज़र का तापामान, सेटिंग्स और उपयोग से जुड़ी जानकारियां मौजूद होती थी.

स्टैंडर्ड इनोवेशन ने अपने बयान में कहा कि, उसने डेटा मार्केट रिसर्च के लिए जुटाया था, लेकिन कुछ यूजर्स को लगा कि यह उनकी निजता का उल्लंघन है.

कंपनी के एक्सपर्ट्स ने बताया कि वी-कनेक्ट एप यूज़र्स को मोबाइल फ़ोन से डिवाइस की तीव्रता को नियंत्रित करने में सक्षम बनाता है. जिसे ब्लू-टूथ तकनीक के ज़रिए दूसरा यूज़र भी अपने सेक्स टॉय को ऐक्टिवेट कर लेता है.

हालांकि सितंबर 2016 में ग्राहकों ने कंपनी पर निजता के अधिकार का उल्लंघन करने का आरोप लगाकर मुक़दमा दर्ज किया था. जिसके बाद शुक्रवार को कंपनी ने पिछले साल 26 सितंबर से पहले सेक्स टॉय ख़रीदने वाले अमरीकी ग्राहकों को हर्जाना देने पर सहमति जताई है.

इस समझौते के मुताबिक़ जिन्होंने वी-कनेक्ट ऐप का इस्तेमाल किया था उन सभी को 10-10 हज़ार कनाडाई डॉलर का हर्जाना मिलेगा.

साथ ही जिन ग्राहकों ने सेक्स टॉय ख़रीदा था लेकिन उससे जुड़े एप को एक्टिवेट नहीं किया था उन्हें 199 डॉलर का हर्जाना मिलेगा. यह समझौता केवल अमरीका में ही प्रभावी होगा.

LIVE TV