यूपी में बसपा की सरकार बनी तो सपाई जाएंगे जेल, भाजपा की पहचान खत्म
लखनऊ: जैसे-जैसे चुनाव की तारीख नज़दीक आ रही है वैसे-वैसे चुनावी पार्टियां एक दूसरे पर आरोपों की बौछार कर रही हैं. इसी क्रम में बसपा सुप्रीमों मायावती ने बुलंदशहर रैली को संबोधित करते हुए विरोधी पार्टियों पर जोरदार हमला किया. उन्होंने भाजपा को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि केंद्र सरकार की गलत नीतियों के कारण जनता को दिक्कत हुई है. यही कारण है कि भाजपा को सूबे में मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं मिल रहा है. नोटबंदी को उल्लेख करते हुए मायावती ने कहा कि अचानक से 1000 और 500 के नोट बंद कर दिए गए जिससे लोगों को परेशानी हुई.
बसपा सुप्रीमों मायावती ने कहा बसपा की ही सरकार बनेगी
मायावती ने कहा कि लोकसभा के चुनाव के दौरान किए गए वादे अभी तक पूरे नहीं किए गए हैं. भाजपा के सारे वादे हवा-हवाई हो गए. मोदी सरकार अमीरों और धन्ना सेठों की सरकार है. अपने भाषण में मायावती ने आरएसएस के आरक्षण का मुद्दा भी उठाया और कहा कि यदि भाजपा सत्ता में आएगी तो आरक्षण खत्म करने का प्रयास करेगी. इसलिए जनता मतदान सोच समझकर करे.
रैली में अपने भाषण के दौरान मायावती ने कांग्रेस और सपा पर भी जमकर प्रहार किया. उन्होंने कहा कि सपा के 5 सालों में सूबे की कानून व्यवस्था खराब हो गई है. सपा और कांग्रेस के गठबंधन को जनता ने पहले ही नकार चुकी है.
बसपा को वोट देने के लिए प्रेरित करते हुए मायावती ने कहा कि सभी पार्टियों को जनता पहचान चुकी है. अब जनता तय करे कि वह बसपा के साफ चेहरे को वोट देगी या दागी चेहरों को. मुलायम सिंह यादव की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि पुत्र मोह में मुलायम ने अपने भाई को बदनाम करने का काम किया है. अपने भाषण में मायावती ने दादरी मुजफ्फरपुर जैसी घटनाओं का भी उल्लेख किया.
मायावती ने कहा कि पार्टियां ओपिनियन पोल करवाने के लिए पैसे देती है और उसका रिजल्ट अपने पक्ष में करवाती है लेकिन वोटिंग की गिनती के बाद यानी 11 मार्च के बाद साफ हो जाएगा कि जनता ने किसे नकारा है और किसे अपना बहुमूल्य वोट दिया है. मतों की गिनती के बाद सारे ओपिनियन पोल फेल हो जाएगा और सूबे में बसपा की सरकार बनेगी. मायावती ने कहा कि बसपा की सरकार के आने के बाद सपा के गुंडों को जेलों में डाल दिया जाएगा.