
आगरा के फतेहाबाद थाना क्षेत्र में 30 अप्रैल को विजय नगर कॉलोनी के 8 वर्षीय अभय प्रताप, कक्षा एक का छात्र, का अपहरण कर हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया। पुलिस ने दो पड़ोसियों, कृष्णा उर्फ भजन लाल और राहुल, को गिरफ्तार कर 80 दिन बाद 19 जुलाई 2025 को राजस्थान के मनिया गांव से अभय का शव बरामद किया।

अभय के पिता विजय प्रकाश, एक ट्रांसपोर्टर, के साथ रंजिश रखने वाले कृष्णा ने अपने साथी राहुल, एक वेल्डर, के साथ दो महीने पहले अपहरण की साजिश रची। कृष्णा, जो कॉलोनी में जनसेवा केंद्र चलाता था, ने अभय से टॉफी देकर दोस्ती की और 30 अप्रैल को शादी समारोह के दौरान उसे बहला-फुसलाकर स्कूटी पर ले गया। रास्ते में अभय के रोने पर दोनों ने उसका गला घोंटकर हत्या कर दी, शव को बोरे में पैक कर स्कूटी से मनिया ले जाकर जमीन में दफना दिया।
आरोपियों ने हत्या के बाद भी परिवार से 80 लाख रुपये की फिरौती मांगी, चार पत्र भेजे, जिनमें एक पत्र में “बिटवा” शब्द ने पुलिस को सुराग दिया। कृष्णा पर कॉलोनी के कई लोगों का पैसा बकाया था, और उसने फिरौती से कर्ज चुकाने की योजना बनाई थी। अभय के दादा ने छह महीने पहले 35 लाख की जमीन बेची थी, जिसकी जानकारी आरोपियों को थी।
पुलिस कार्रवाई
पुलिस ने 19 जुलाई को कृष्णा को प्रतापपुरा पुलिया से और 20 जुलाई को राहुल को गिरफ्तार किया। कृष्णा की निशानदेही पर शव बरामद हुआ, जिसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। थाना फतेहाबाद और सर्विलांस टीम ने पत्रों और स्थानीय जांच से आरोपियों को पकड़ा।