50 से ज्यादा भक्तों को बचाने वाले सलीम बोले- शिव ने चाहा तो फिर जाऊंगा अमरनाथ

50 से ज्यादानई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ यात्रियों पर हुए आतंकी हमले के बाद अगर सबसे ज्यादा किसी शख्स की चर्चा है तो वह हैं बस के ड्राइवर सलीम मिर्जा जिन्होंने अपनी बहादुरी से 50 से ज्यादा लोगों की जान बचा ली। बस नंबर GJ 09 Z0976 के ड्राइवर सलीम ने एक निजी अखबार से बातचीत में कहा कि उन्हें भारतीय होने पर गर्व है और अगर भगवान शिव ने चाहा तो वह फिर अमरनाथ जाएंगे।

सलीम ने आतंकी हमले की पूरी कहानी और अपना अनुभव विस्तार से ‘अहमदाबाद मिरर’ को बताया। सलीम ने कहा कि सूरत एयरपोर्ट पर मुझसे गुजरात के मुख्यमंत्री ने भी बात की। मुझे बताया गया है कि मेरा नाम बहादुरी पुरस्कार के लिए भेजा जाएगा। सच कहूं तो इसका पूरा श्रेय हर्ष भाई को जाता है, जो उस वक्त क्लीनर की सीट पर बैठे थे और उन्होंने ही मुझसे कहा था कि मैं बस को न रोकूं और तेजी से आगे बढ़ाता रहूं। उन्होंने ही मुझे नीचे की ओर झुक जाने की सलाह दी थी जैसे ही गोलियां चलीं, मैं नीचे फर्श पर लेट गया। मुझे नहीं पता था कि बस कहां जा रही है, लेकिन मैंने स्टियरिंग से अपना हाथ नहीं हटाया। इस बीच हर्ष भाई को वे गोलियां लग गईं जो मुझे लग सकती थीं, अगर मैं नीचे की तरफ झुका न होता।

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सलीम ने बताया कि मैं बहुत डर गया था। कुछ पलों के लिए मुझे लगा कि किसी ने पत्थर मारा है जो कि शीशे पर लगा है, लेकिन जल्द मुझे अहसास हो गया कि ये गोलियां हैं। वे सभी दाईं तरफ से आ रहे थे। मुझे लगता है कि दो सेकंड के अंदर 40 से ज्यादा गोलियां बस के दाहिने हिस्से को भेद चुकी थीं।

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वह दिन काफी थकाऊ था। बस में पंक्चर की वजह से हम दो घंटे बीस मिनट लेट थे। यह हादसा रात 8 बजे के बाद हुआ जब ज्यादातर यात्री सो रहे थे। बस के मालिक के बेटे हर्षभाई, क्लीनर की सीट पर बैठे थे। जैसे ही आतंकियों ने फायरिंग शुरू की, उन्होंने मुझे नीचे झुक जाने को कहा। उन्होंने गजब की फुर्ती दिखाई। मालिक ने, भगवान ने अचानक मुझे हिम्मत दी। मैं बस को आगे बढ़ाता चला गया। इस दौरान यात्रियों काफी घबरा गए और चिल्लाने लगे। लेकिन मैंने पूरा ध्यान बस को आगे बढ़ाने पर दिया।

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