2,82,93,304 कॉपियों को 21 दिन में जांचने के बाद घोषित किया गया यूपी बोर्ड का परिणाम

इंटर में अनुराग मलिक रहे टॉपर। 97 फीसदी अंक पाकर किया टॉप।
इंटर सेकेंड टापर प्रयागराज प्रांजल सिंह।
इंटरमीडियट में उत्कर्ष शुक्ला को तीसरा स्थान।
हाईस्कूल का रिजल्ट 83.44 प्रतिशत रहा।
हाईस्कूल में बागपत की रिया जैन ने मारी बाजी।
हाईस्कूल में अभिमन्यु वर्मा सेकेंड टापर।
बाराबंकी के योगेश प्रताप तीसरे नंबर पर।
83.31 प्रतिशत रहा यूपी बोर्ड का रिजल्ट।


उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से शनिवार को हाईस्कूल और इंटरमीडियट बोर्ड के परिणाम घोषित किये गये। इस बार बोर्ड परीक्षा के परिणाम प्रयागराज से नहीं बल्कि लखनऊ से घोषित किये गये। परीक्षा परिणाम उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा के द्वारा घोषित किये गये।


परीक्षा परिणाम घोषित करते हुए उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि-
हमने कठिन परिस्थितियों में परीक्षाएँ कराई थी इन सभी अभ्यर्थियों का सपना था की परीक्षाफल आ जाए।
आज हाईस्कूल और इंटरमीडिएट का परीक्षाफल घोषित होना महत्वपूर्ण इसलिए है क्योंकि पूरे प्रदेश में 56,10,819 परीक्षार्थी पंजीकृत हुए थे, जिनमें से 52,57,135 लोगों ने परीक्षा दी थी।
कॉपी चेकिंग भी 21 दिनों में पूर्ण हुई। लगभग 2,82,93,304 कॉपियों को 21 दिन में जांचना और जांचने के बाद उनका परीक्षाफल अत्यंत शीघ्रता से घोषित करना, यह महालक्ष्य हमारे माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा प्राप्त किया गया है।
हमने 10 माह पहले ही घोषणा कर दी थी कि 18 फरवरी को परीक्षा प्रारंभ व 6 मार्च को समाप्त करेंगे। इंटरमीडिएट की परीक्षा 15 दिनों में तथा हाई स्कूल की परीक्षा 12 दिनों में हमने सम्पादित की। यह लक्ष्य माध्यमिक शिक्षा परिषद के इतिहास में पहला अवसर है।
हमारा हाईस्कूल और इंटरमीडिएट दोनों का रिजल्ट पिछली बार की अपेक्षा अच्छा रहा है। हमारे इस परीक्षाफल को लाने में हमने बड़ा मैराथन प्रयत्न किया है। इसके लिए विद्यार्थी धन्यवाद के पात्र हैं।
हर परीक्षा केंद्र पर हमारा मॉनिटरिंग सेंटर था, इसके बाद शहर का एक मॉनिटरिंग सेंटर होता था। सभी शहरों को जोड़ते हुए लखनऊ में एक सेंट्रलाइज्ड मॉनिटरिंग सेंटर था, जिससे लाइव मॉनिटरिंग करने में हम सफल रहे।
हमने प्रश्न पत्रों के मॉडल अपलोड करने के साथ ही टोल-फ्री हेल्पलाइन की सुविधा भी दी। नकलविहीन परीक्षा हो सके इसके लिए वृहद इंतजाम किए गए थे। 95,000 परीक्षा कक्षों में परीक्षा हुई जहां 1.94 लाख CCTV कैमरे राउटर व हाई स्पीड इंटरनेट के साथ लगाए थे।
कॉपियों में नकल न हो सके इसके लिए पहली बार चार रंगों की उत्तर पुस्तिकाओं में कोडिंग करके उन्हें परीक्षा में रखा गया। परीक्षा में लगने वाली ड्यूटी को भी एक ऐप्लिकेशन मॉड्यूल द्वारा लगाया गया।
इस बार हमने टेक्नोलोजी का पूरा उपयोग किया, साथ ही एक कॉल सेंटर भी संचालित किया। इसके अतिरिक्त दो हेल्पलाइन नंबर, समर्पित ईमेल आईडी तथा एक ट्विटर हैंडल भी जारी किया गया।
इस वर्ष इंटरमीडिएट की परीक्षा में भी कम्पार्टमेंट का प्राविधान किया गया है। कोई यदि एक विषय में फेल होता है तो हम उनको परीक्षा का अवसर देंगे। परिस्थितियाँ सामान्य होने पर हम परीक्षाएं कराने में सफल होंगे।

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