12 साल के बच्चे को बैंक ने दिया पिता की मौत से भी बड़ा दर्द, थमाया दो लाख का नोटिस

पिता की मौतसीतापुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सत्ता में आने के तुरंत बाद ही किसानों को बड़ी रहत देते हुए कर्जमाफी का ऐलान किया था। लेकिन बैंकों की मनमानी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। कुछ ऐसा ही मामला सीतापुर में सामने आया है। जहां किसान की मौत के बाद बैंक ने उसके 12 साल के बेटे को पिता द्वारा लिया गया कर्ज जमा करने का नोटिस दिया है।

यह भी पढ़ें:- एनटीपीसी की ऊंचाहार इकाई में ब्वायलर फटने से 200 श्रमिक घायल, 17 मजदूरों की मौत

दरअसल मामला सीतापुर के बिसवां स्थित थानगांव कस्बे का है। जहां लालता प्रसाद में यूपी सहकारी ग्रामीण विकास बैंक से नवंबर 2005 को करीब 52 हजार रूपए का कर्ज लिया था। लेकिन गरीबी की मार झेल रहे लालता प्रसाद लोन नहीं चुका पाया और बैंक का ब्याज जुड़ता गया और रकम दो लाख तक पहुँच गया।

बता दें बीमारी के चलते लालता प्रसाद की एक साल पहले मौत हो गई। परिवार उसकी मौत से उभरा भी नहीं था कि दो दिन पहले उसके 12 साल के बेटे हर्षित के नाम से घर पहुंचे बैंक के नोटिस ने खलबली मचा दी। नोटिस में हर्षित को 2 लाख 6 हजार रुपये जमा करने को कहा गया हैं।

यह भी पढ़ें:-सामाजिक सगठनों ने फूंका मोहन भागवत का पुतला, उठाए हिंदुत्व पर सवाल

बैंक के नोटिस ने हर्षित और उसके परिवार की चिंताएं बड़ा दी है। इस मामले में डीएम सारिका मोहन ने हर्षित के परिवार को मदद का भरोसा दिलाया है। उन्होंने कहा कि वे बैंक की पॉलिसी देखेंगी, अगर उसमें कर्ज माफ करने का प्रावधान होगा तो उनके कर्ज को माफ कराने की कोशिश की जाएगी।

LIVE TV