ह्यूमन राइट्स का हवाला देकर विजय माल्या ने ब्रिटेन से राजनीतिक शरण मांगी,और प्रत्यर्पण से बचने की पूरी कोशिश

भगोड़े विजय माल्या ने ब्रिटेन में रहने देने के लिए देश की होम सेक्रेटरी प्रीति पटेल के पास अर्जी लगाई है। लंदन की हाईकोर्ट में माल्या के दिवालिया होने पर सुनवाई चल रही है। इसी दौरान उनके वकील ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। माल्या अभी जमानत पर बाहर हैं।

भारत सरकार माल्या के प्रत्यर्पण के लिए कोशिश कर रही है। माल्या पर आरोप है कि उन्होंने किंगफिशर के 9,000 करोड़ रुपए से ज्यादा कर्ज का जानबूझकर भुगतान नहीं किया है। यह एयरलाइंस 2013 में बंद हो गई थी।

माल्या के वकील फिलिप मार्शल ने शुक्रवार को हाईकोर्ट में कहा कि उनके (विजय माल्या) प्रत्यर्पण को बरकरार रखा गया है, लेकिन वह अभी भी यहां हैं। जैसा कि आप जानते हैं कि होम सेक्रेटरी के पास एप्लाई करने का रास्ता बचा हुआ है।

माल्या ने रोजमर्रा के खर्चों के लिए अपने मालिकाना हक वाली बेशकीमती प्रॉपर्टी की बिक्री से मिली रकम मांगी है। यह फ्रेंच रिवेरा से दूर एक आइलैंड पर है। इसकी कीमत लगभग 30 करोड़ रुपए है। यह रकम कोर्ट फंड्स ऑफिस (CFO) के पास जमा है।

माल्या ने ब्रिटेन की सुप्रीम कोर्ट में भारत में प्रत्यर्पण रोकने के लिए याचिका लगाई थी। कोर्ट इसे खारिज कर चुका है। होम सेक्रेटरी प्रीति पटेल ने प्रत्यर्पण के दस्तावेज पर अब तक दस्तखत नहीं किए हैं। उनके ऑफिस की ओर से कहा गया था कि एक तकनीकी गड़बड़ी के कारण दस्तखत करने में देरी हो रही है। ऐसी अटकलें हैं कि माल्या ने ह्यूमन राइट्स का हवाला देकर ब्रिटेन से राजनीतिक शरण मांगी है।

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