कांग्रेस ने वसुंधरा सरकार पर योजनाबद्ध गौहत्या के खिलाफ की कार्रवाई की मांग

हजार गायोंनई दिल्ली । राजस्थान के हिंगोनिया स्थित सरकारी गौशाला में लापरवाही के कारण एक हजार गायों की मौत का मुद्दा कांग्रेस ने सोमवार को राज्यसभा में उठाया। कांग्रेस सदस्य प्रमोद तिवारी ने केंद्र सरकार से वसुंधरा राजे सरकार के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया।

शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा उठाते हुए तिवारी ने हाल ही में हिंगोनिया गौशाला में एक हजार गायों की मौत होने का दावा किया।

टीवी चैनलों पर दिखाए गए वीडियो में ये गायें मूत्र और गोबर से बने दलदल में फंसकर मरी पड़ी थीं। इसकी वजह कर्मचारियों की हड़ताल बताई जा रही है। कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें जून से ही वेतन भी नहीं मिला है, जबकि इस गौशाला को सालाना 20 हजार करोड़ रुपये का सरकारी अनुदान मिलता है और वसुंधरा राजे के मंत्रिमंडल में अलग से एक गौपालन मंत्री भी हैं।

तिवारी ने यह मुद्दा उठाते हुए कहा, “कुल एक हजार गौमाताओं को मार डाला गया है। केंद्र सरकार तो कहती है कि नकली गौरक्षकों के खिलाफ कार्रवाई होगी, वह राजस्थान सरकार के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं करती, जिसने एक हजार गायों को मार डाला है।”

हजार गायों की हत्या योजनाबद्ध  है

उन्होंने कहा, “यह योजनाबद्ध गौहत्या है। हजार गौ माताओं की हत्या के लिए जिम्मेदार राजस्थान सरकार के खिलाफ कोई कार्रवाई न कर केंद्र सरकार राज्यों से नकली गौरक्षकों पर कार्रवाई करने को कहती है। यह विडंबनापूर्ण स्थिति है।”

खबरों के मुताबिक, जयपुर के पास हिगोनिया गौशाला में पिछले माह 250 ठेका मजदूरों के हड़ताल पर चले जाने के बाद से दो हफ्तों के अंदर 500 से अधिक गायों की मौत हो गई है।

खबरों में यह भी कहा गया है कि बहुत सारी गायों की मौत भूख और प्यास के कारण हुई है। सवाल उठाया गया है कि सालाना 20 हजार करोड़ रुपये आखिर कहां खर्च हो गए?

राजस्थान सरकार ने शनिवार को मामले की उच्चस्तरीय जांच का आदेश दिया है और दो वरिष्ठ अधिकारियों को निलंबित किया है।

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