ये ‘मशीन’ सूंघकर बता देगी आपकी बीमारी

मशीननई दिल्ली| पुराने ज़माने में नब्ज देखकर बीमारी का पता लगाया जाता था| वर्तमान में साइंस के विकास होने के साथ बीमारियों को पता लगाने के लिए मशीनों का इस्तेमाल किया जाने लगा| पर टेक्नोलॉजी इस हद तक बढ़ गई है कि अब मशीन सूंघकर ही बता देगी कि आपको कौन सा रोग है। बिल्कुल सही सुन रहे हैं आप बहुत जल्द ही ऐसी मशीन का इजात होने वाला है। इस मशीन के आविष्कार में जुटे वैज्ञानिकों का कहना है कि ये सांस, ब्लड और यूरीन जनित रोगों को पहचान करने के अत्यंत उपयोगी होगी।

वैसे तो हर डॉक्टर भी कुछ बीमारियों को किसी हद तक सूंघ सकता है, लेकिन यह इस पर निर्भर करता है कि उसकी नाक कितनी संवेदनशील है और वह सूंघ कर बीमारियां पहचानने का कितना अनुभवी है। इस वजह से खोजकर्ता कम खर्च में एक ऐसे सेंसर पर काम कर रहे हैं जो रोग को पहचान ले।

दरअसल, हम सभी की एक यूनीक स्मेल होती है जो हजारों कार्बनिक यौगिक से मिलकर बनती है। इस महक से हमारी उम्र, जेनटिक, लाइफस्टाइल, होमटाउन और यहां तक की हमारे मेटाबॉलिक प्रोसेस के बारे में भी पता चलता है।

प्राचीन यूनानी और चीनी चिकित्सक रोग को पहचानने के लिए मरीज की खुशबू का इस्तेमाल किया करते थे। अब उसी तकनीक को वैज्ञानिक फिर से प्रयोग में लाने तैयारी में हैं। इस तकनीकी के तहत त्वचा और सांस की गंध बीमारी का पता लगाया जा सकेगा।

उदाहरण के तौर पर वैज्ञानिकों का कहना है कि मधुमेह रोगियों की सांस सड़े हुए सेब जैसी आती है। टाइफाइड रोगियों की त्वचा बेकिंग ब्रेड जैसी गंध देती हैं।

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