
दो दादीशूटरों की असल जिंदगी पर बनी फिल्म सांड की आंख को लेकर आलिया भट्ट की मां और एक्ट्रेस सोनी राजदान ने अपनी नाराजगी जाहिर कर दी है. उन्होंने कहा है कि कास्टिंग के लिए सही उम्र के लोगों को नहीं चुना गया है. आपको बता दें कि उनसे पहले इस बारे में नीना गुप्ता ने भी अपनी राय रखी थी. सोनी ने बात करते हुए कहा, ‘मैं उन दोनों एक्टर्स (तापसी पन्नू और भूमि पेडनेकर) से प्यार करती हूं, लेकिन ऐसा क्यों? मैं समझती हूं कि बॉक्स ऑफिस के बारे में सोचना पड़ता है, लेकिन फिर 60 साल के इंसान की कहानी को बनाना ही क्यों जब आप असली 60 साल के लोगों को उसमें ले ही ना सको?’
असल में फिल्म सांड की आंख में तापसी पन्नू और भूमि पेडनेकर को लिया गया है. इन दोनों ही एक्ट्रेसेज की उम्र 30 साल और उससे कुछ ज्यादा हैं. जबकि फिल्म में दोनों 60 साल की उम्र की शूटरदादियों की भूमिका निभा रही हैं. सोनी ने आगे कहा, ‘इस बात का कोई मतलब नहीं बनता. मुझे लगता है कि ये प्रामाणिकता की बात है. अगर शो द कमिन्सकी मेथड, 30 साल के एक्टर के साथ बनाया जाता तो क्या वो इतना चल पाता? ये निहायती बेवकूफी वाली बात है. मुझे फिल्म की स्क्रिप्ट के बारे में नहीं पता और मेरे लिए ये मान लेना मुश्किल है. मैं बस ये कह रही हूं कि ये बॉलीवुड के स्टीरियोटाइप तोड़ने की बातें बकवास हैं. अगर हमें आखिर में आकर यही करना है तो एक फिल्म जैसे- बधाई हो ने तो फिर कोई स्टीरियोटाइप नहीं तोड़ा.’
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सोनी राजदान ने अपनी बात को खत्म करते हुए कहा, ‘मैं समझती हूं कि अनुपम (खेर) को यंग उम्र में सारांश में 60 साल के आदमी का किरदार निभाना पड़ा था. और ये बात उनके करियर के लिए अच्छी भी रही. तो एक डायरेक्टर को फिल्म बनाते समय बांधकर रखना भी सही नहीं है. ऐसे में बड़ी उम्र के एक्टर्स के लिए आजकल काम इतना कम हो गया है कि किसी को भी बुरा महसूस होना लाजमी है.’
बता दें कि सोनी राजदान से पहले एक्ट्रेस नीना गुप्ता ने ट्वीट कर कहा था कि इंडस्ट्री में बूढ़े किरदारों को निभाने के लिए उम्रदराज एक्टर्स को लिया जाएगा तो उन्हें अच्छा लगेगा. नीना ने एक कमेंट के जवाब में ये बात कही थी. एक यूजर ने कमेंट किया था कि अगर फिल्म सांड की आंख में नीना गुप्ता और शबाना आजमी को लिया जाता तो कैसा होता इसके जवाब में नीना ने लिखा था, ‘मैं भी यही सोच रही थी. हमारी उम्र के रोल तो कम से कम हमसे करा लो भाई.’
फिल्म सांड की आंख की बात करें तो ये हरियाणा की शूटर दादी चंद्रो और प्रकाशी तोमर की जिंदगी की कहानी पर आधारित है. फिल्म को डायरेक्टर तुषार हीरानन्दानी ने बनाया और अनुराग कश्यप ने प्रोड्यूस किया है. ये फिल्म 25 अक्टूबर को रिलीज होगी.