
इस्लामाबाद। हाल ही में भारतीय सेना ने PoK में सर्जिकल स्ट्राइक की जिसके बाद पाकिस्तान बौखलाया नजर आ रहा है। भारत की खुफिया एजेंसियों की मानें तो अब पाक के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और सेना प्रमुख राहिल शरीफ में खींचतान बढ़ गयी है। सेना अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी इज्जत बचाने की मुहिम में अपनी सरकार के विरोध में खड़ी हो गयी है।
कुछ वरिष्ठ सरकारी अधिकरियों की मानें तो पाकिस्तान में सेना और सरकार के बीच तनाव की खबरों में सच्चाई है, लेकिन नवाज और राहील के बीच अभी इस लड़ाई ने विकराल रूप नहीं लिया है।
सेना कर सकती है तख्तापलट
दरअसल नवाज शरीफ को लगता है कि गुप्त ऑपरेशन और हिंसा के जरिए कश्मीर मसले का हल नहीं निकाला जा सकता। लेकिन पनामा पेपर लीक के बाद से नवाज खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
वरिष्ठ सरकारी अधिकारी का कहना है कि ‘सेना द्वारा तख्तापलट के डर से उन्होंने अपना ज्यादा वक्त लाहौर में बिताना शुरू कर दिया है। अब वह सेना के हाथ की कठपुतली बन गए हैं।
सरकार को लगता है कि पनामा पेपर लीक से हुई बदनामी के बाद सेना ने सरकार को सीधा संदेश दे दिया था कि या तो वो लाइन पर आ जाए या तख्तापलट के लिए तैयार रहें।
दरअसल ब्लैक मनी का हेवेन कहे जाने वाले पनामा के अकाउंट्स में नवाज के बेटे और बेटी का नाम पेपर लीक में आने के बाद से उन्होंने सेना के अधीन काम करना स्वीकार कर लिया है।
लेकिन बात कुछ ऐसी है कि सर्जिकल स्ट्राइक से पाकिस्तान के मौजूदा हालात बिल्कुल बदल गए हैं। वहां की राजनीति में बड़ा बदलाव आ गया है। भारत की खुफिया एजेंसियों की मानें तो नवाज शरीफ की सरकार इस मौके का फायदा उठाकर ये प्रचार करने में लगी है कि सेना द्वारा आतंक को समर्थन करने से आज पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग पड़ गया है।




