संसद के लिए थम गई ‘राजनीति’, शहादत के सम्मान में एक हुए मोदी-राहुल
नई दिल्ली| गुजरात विधानसभा चुनाव प्रचार खत्म होने के एक दिन बाद भारत की राजनीति में एक अलग ही रंग दिखा। कल तक कांग्रेस और भाजपा आमने-सामने थी लेकिन आज एक हो गई। संसद हमले की बरसी के मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष चुने गए राहुल गांधी बुधवार को एक साथ नजर आए।
संसद हमले की बरसी पर जुटे सभी दल
मौका था दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के सबसे बड़े प्रतीक भारत की संसद में हुई शहादत को सम्मान देने का। इस मौके पर केवल मोदी और राहुल ही नहीं बल्कि सरकार और विपक्ष, दोनों में ही एकता नजर आई।
आज से ठीक 16 साल पहले 13 दिसंबर 2001 को 5 हथियारबंद आतंकियों ने नई दिल्ली में स्थित भारतीय लोकतंत्र के मंदिर माने जाने वाले संसद भवन पर हमला कर दिया था। आतंकियों ने देश की गरिमा और प्रतिष्ठा पर घात लगाकर हमला किया था।
सफेद एंबेसडर कार में आए सभी पांच आतंकी सेना की वर्दी में संसद भवन में दाखिल हुए थे। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के इन आतंकियों ने संसद भवन पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं।
इस हमले को रोकने के लिए दिल्ली पुलिस और हमारे जवानों को 30-45 मिनट लगें। जवानों ने अपनी जान पर खेलकर पांच आतंकियों को ढेर कर किया था।
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केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सुबह-सुबह ट्वीट कर संसद हमले में मारे गए आम नागरिक और जवानों को श्रद्धांजली अर्पित की है। राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर शहीद जवानों को याद किया और उनके साहस को नमन किया, जिन्होंने 13 दिसंबर, 2001 को भारत के लोकतंत्र के मंदिर की रक्षा करते हुए अपने प्राणों का बलिदान दे दिया था। पीएम मोदी ने भी दिया शहीदों को श्रद्धांजलि।