बड़ी धूमधाम से कल मनाया जाएगा संकष्टी चतुर्थी का त्योहार, जानें क्या है खास…

संकटों को हरने वाली चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी कहा जाता है। इस दिन भगवान गणेश की अराधना की जाती है। हर महीने में दो बार चतुर्थी मनाई जाती है।

संकष्टी चतुर्थी

जिसमें पूर्णिमा के बाद आने वाली चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी तो अमावस्या के बाद आने वाली चतुर्थी को विनायक चतुर्थी कहा जाता है। 12 फरवरी को फाल्गुन मास की संकष्टी चतुर्थी है जिसे द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी के नाम से जाना जाता है।

 

द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी की तिथि और शुभ मुहूर्त:
संकष्टी चतुर्थी की तिथि: 12 फरवरी 2020, दिन बुधवार
संकष्टी के दिन चन्द्रोदय – 09:37 पी एम
चतुर्थी तिथि प्रारम्भ – फरवरी 12, 2020 को 02:52 ए एम बजे
चतुर्थी तिथि समाप्त – फरवरी 12, 2020 को 11:39 पी एम बजे

 

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