

वैसे कहा तो यह जा रहा है कि तेज प्रताप भगवान कृष्ण के दर्शन और पूजा करने के लिए वृंदावन आए हैं । उन्होंने सभी के लिए ‘रासलीला’ नगर की एक दुकान से एक ही रंग का कुर्ता, गमछा, बंडी और एक लॉकेट लिया गया है। लॉकेट पर अंग्रेजी में टी पी लिखकर सभी मित्रों के गले में पहना दिया गया है। टी पी का मतलब – तेज प्रताप। ऐसा एक बड़े पंडित के सुझाव पर किया है। अपने रहने का अड्डा इस्कॉन गेस्ट हाउस को बनाया है। सुबह पूरा काफिला निकलता है और कम से कम पांच मंदिरों में भगवान की पूजा अर्चना के बाद वापस लौट आता है। इसके बाद देर रात तक बांसुरी, झाल और ढोलक के साथ तेज के कमरे में भजन कीर्तन चलता है।
दोस्तों का कहना है कि ‘सिंहासन’ पर बड़े भाई का हक होता है और इसी उम्मीद में तेज प्रताप वृन्दावन आए हैं। बता दें कि लालू प्रसाद यादव ने तय कर लिया है कि छोटे बेटे और बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ही उनके उतराधिकारी होंगे। जबकि पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देबी की इच्छा है कि उत्तराधिकार उनके बड़े बेटे को मिले। ऐसी भी सूचना है कि इसे लेकर राबड़ी और लालू के बीच कहासुनी भी हो चुकी है, जिसे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शांत किया।