शिवराज की नय्या को ले डूबा ये बड़ा कारण, जानना है बेहद जरूरी…

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 के नतीजे आ गए हैं। 15 साल बाद BJP सत्ता से बेदखल हो गई है। इस विधानसभा चुनाव को 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए सेमीफाइनल माना जा रहा है।

शिवराज की नय्या

लेकिन इस बार शिवराज और BJP को प्रदेश की जनता में धूल चटा दी है। इस विधानसभा चुनाव में BJP की हार के कई कारण हो सकते हैं। इस चुनाव में बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और किसानों की समस्या प्रमुख मुद्दे रहे। कांग्रसे इन मुद्दों को जनता के बीच ले जाने में सफल रहे। ऐसे में BJP की हार का विश्लेषण करना लाजमी हो जाता है।

महिला सुरक्षा

अन्य राज्यों की तरह मध्य प्रदेश में भी महिलाओं और नाबालिग बच्चियों के साथ रेप घटनाएं होती रही हैं। 2018 में अब तक 1500 से ज्यादा महिलाओं और बच्चियों पर यौन हमले हुए। जिससे लोगों सरकार की कानून व्यवस्था से खुश नहीं थी। इस वजह से भी लोगों ने शिवराज सरकार को वोट नहीं किया।

किसानों के मुद्दे

मध्य प्रदेश में BJP की सरकार बनने के बाद से 15 सालों कृषि विकास दर लगातार बढ़ोतरी हुई है। पिछले 10 साल से कृषि में यह प्रदेश नंबर वन गया लेकिन फिर भी यहां के किसानों स्थिति अच्छी नहीं हुई। इसका सबसे बड़ा कारण किसानों को उत्पादन का उचित दाम नहीं मिलना है। जिससे किसानों की आय में वृद्धि नहीं हुई। जिस हिसाब से खेती करने में खर्च होते हैं। उस हिसाब से फसल की कीमतें नहीं बढ़ी। इसलिए किसानों ने नाराज होकर शिवराज सरकार के खिलाफ वोट दिया।

भ्रष्टाचार/घोटाला

देश का सबसे बड़े घोटालों में से एक व्यापम घोटाला भी है। प्रदेश में शिक्षा और नौकरियों से जुड़े इस घोटाले में अब तक 50 ज्यादो लोगों की रहस्यमय तरीके से मौत हो गई है। कांग्रेस पार्टी की माने तो शिवराज के कार्यकाल में 156 घोटाले हुए।

घोटालों की इतनी संख्या ना भी हो लेकिन कुछ के नाम सामने आ रहे हैं। जैसे व्यापम घोटाला, डीमेट घोटाला, जमीन का घोटाला, 1200 करोड़ रुपए का वजीफा घोटाला और ई-टेंडरिंग में तीन हजार करोड़ के घोटाले से जनता प्रदेश की सरकार से त्रस्त हो चुकी थी इसलिए उसके खिलाफ वोट किया।

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बेरोजगारी

मध्य प्रदेश कृषि प्रधान प्रदेश है यहां की अधिकतर आबादी गांव में निवास करती है। गांव के लोगों का मुख्य पेशा कृषि है। कृषि में फायदा नहीं होने से लोग किसानी छोड़ रहे हैं। दूसरे रोजगार की ओर मुखातिब हो रहे हैं। जिससे बेरोजगारी तो बढ़ी है। दूसरी ओर शिक्षित बेरोजगारो की संख्या में भी बेहिसाब वृ्द्धि हुई है। हर 7वें घर में एक पढ़ा-लिखा युवा बेरोजगार है। पूरे प्रदेश में करीब 1.41 करोड़ बेरोजगार हैं। शिवराज सरकार रोजगार मुहैया विफल रही है। इस वजह से भी लोगों ने BJP के खिलाफ वोट किया।

सत्ता विरोधी लहर

जब भी किसी प्रदेश या देश में लंबे समय तक किसी एक पार्टी सरकार रहती है या कोई एक व्यक्ति लंबे समय तक मुख्यमंत्री बना रहता है तो उससे जुड़े लोग हर महकमे में पैठ बना लेते हैं। जिससे पार्टी और सरकार के लोगों की मोनो पोली बढ़ जाती है। किसी भी काम के लिए जनता को सरकार या पार्टी से जुड़े लोगों निर्भर रहना पड़ता है। जिससे लोगों सरकार के प्रति नाराजगी बढ़ जाती है।

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