
देहरादून। निर्माण कार्यो के बिल पास करने की एवज में 50 हजार रुपये घूसे लेते लोक निर्माण विभाग के अवर अभियंता को विजिलेंस ने रंगेहाथ धर दबोचा। विजिलेंस टीम को इस दौरान स्थानीय ठेकेदारों के विरोध का भी सामना करना पड़ा। टीम के साथ मौजूद एसपी विजिलेंस के हस्तक्षेप के बाद टीम आरोपी को लेकर देहरादून रवाना हो गई।
उत्तरकाशी जनपद में लोक निर्माण विभाग ने पुरोला खंड के अंतर्गत मोरी-नैटवाड़ रोड पर मियांगाड के पास नाली निर्माण, दीवार निर्माण और पेंटिंग कार्य के लिए 6 करोड़ स्वीकृत किए थे। यह कार्य स्थानीय ठेकेदार जनक सिंह को दिया गया था। ठेकेदार ने प्रस्तावित काम पूरो कराए। लेकिन, अवर अभियंता त्रेपन सिंह रावत ने कार्यों की जांच के बाद भी बिल पास नहीं किए।
आरोप है कि जेई इसकी एवज में ठेकेदार से 50 हजार की रिश्वत मांग रहा था। ठेकेदार की शिकायत पर बुधवार को एसपी सदानंद दाते के नेतृत्व में विजिलेंस टीम पुरोला पहुंची। यहां टीम ने विभागीय कार्यालय में जेई त्रेपन सिंह रावत को रिश्वत की रकम के साथ दबोच लिया। आरोपी महकमे में संविदा पर तैनात है। इधर, अवर अभियंता की गिरफ्तारी का पता चलने पर स्थानीय कुछ ठेकेदार वहां आ पहुंचे और कार्रवाई का विरोध करने लगे।
पुरोला मुख्य बाजार में ठेकेदारों ने एसपी विजिलेंस की गाड़ी रोक दी। उस वक्त विजिलेंस टीम आरोपी को लेकर देहरादून आ रही थी। ठेकेदारों का कहना था कि जेई को साजिशन फंसाया जा रहा है। एसपी के ठेकेदार को समझाया कि वे काफी समय संबंधित अभियंता को ट्रेस कर रहे थे।