
बेनॉलिम (गोवा): विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने सोमवार को कहा कि पाकिस्तान अपनी नीतियों की वजह से अलग-थलग पड़ा और इसमें भारत की कोई भूमिका नहीं है।
उन्होंने कहा कि दक्षेस देशों ने बातचीत के लिए उपयुक्त माहौल न होने का हवाला देते हुए इस्लामाबाद में इस साल आयोजित होने वाले दक्षेस सम्मेलन में हिस्सा लेने से इनकार किया।
विकास स्वरूप की पाक को दो टूक
स्वरूप ने कहा, “हम इन मुद्दों पर चर्चा नहीं करते। यदि कोई देश अलग-थलग होता है, तो वह अपनी नीतियों की वजह से होता है। भारत का इससे कोई लेना-देना नहीं है, क्योंकि दक्षेस के संदर्भ में सभी देशों ने एक सुर में कहा है कि आतंकवाद के कारण बिगड़े माहौल में रचनात्मक बातचीत नहीं हो सकती।”
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, “पहला पत्र (दक्षेस में भागीदारी नहीं करने के संदर्भ में) अफगानिस्तान से आया था, जिसके बाद नेपाल, भारत, भूटान व श्रीलंका ने भी बैठक में शामिल होने से असमर्थता जताई। इसलिए जब सभी देशों ने एक सुर में एक ही राय जताई, तो आप उसका निष्कर्ष खुद निकाल सकते हैं।”
विकास स्वरूप जम्मू एवं कश्मीर के उड़ी में 18 सितंबर को भारतीय सेना के ब्रिगेड मुख्यालय पर आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान को अलग-थलग करने में भारत की सफलता से संबंधित एक सवाल का जवाब दे रहे थे।
क्षेत्र में बढ़ते आतंकवाद की चिंता का हवाला देते हुए भारत, बांग्लादेश, भूटान, अफगानिस्तान तथा श्रीलंका ने इस्लामाबाद में नवंबर में दक्षिण एशिया क्षेत्रीय सहयोग संगठन (दक्षेस) की 19वीं बैठक में शामिल होने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद उसे स्थगित करना पड़ा।