
वर्ल्ड कप 2019 के लिए 10 टीमें अपनी कमर कस चुकी हैं. 30 मई से वर्ल्ड कप शुरू हो रहा है. इसी बीच वर्ल्ड कप से 12 दिन पहले वेस्टइंडीज की टीम में बदलाव भी हुए हैं. बदलाव ये कि टीम में कीरोन पोलार्ड और ड्वेन ब्रावो को जगह मिली है.
हालांकि उन्हें अभी टीम के 10 रिजर्व प्लेयरों में रखा गया है मगर कुछ न होने से तो अच्छा है कुछ होना. यानी अगर टीम में कोई भी प्लेयर चोटिल होता है और कप से बाहर होता है तो रिजर्व प्लेयरों के पूल में से खिलाड़ियों को टीम में शामिल किया जाता है.
23 मई तक सभी टीमों को आईसीसी को अपनी फाइनल लिस्ट थमानी है. इसके बाद कोई बदलाव टीम में नहीं किया जा सकेगा.
कीरन पोलार्ड और ब्रावो पर नजर इसलिए भी है क्योंकि इन दोनों ने आईपीएल 2019 में बढ़िया प्रदर्शन किया है. चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियन्स के बीच हुए फाइनल में दोनों आमने सामने थे और दोनों ने बेहतर तरीके से प्रेशर डील किया.
हालांकि ब्रावो 2018 में इंटरनेशनल क्रिकेट से सन्यास ले चुके हैं, इसके बावजूद उन्हें टीम में रखा गया है ताकि यंगस्टर्स उनके एक्सपीरियंस से कुछ सीख सकें जो टीम को वर्ल्ड कप में फायदा करे.
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वेस्टइंडीज का पहला मैच 31 मई को पाकिस्तान के खिलाफ है और उससे पहले टीम 19 से 23 मई के बीच इंग्लैंड में ट्रेनिंग कैंप लगाएगी.
इसमें 15 खिलाड़ियों की टीम वर्ल्ड कप के हिसाब से तैयारी करेगी. 10 रिजर्व प्लेयरों में सुनील अंबरीस, ड्वेन ब्रावो, जॉन कैंपबैल, जोनाथन कार्टर, रॉस्टन चेज, शेन डोरिच, कीमो पॉल, खारी पियरे, रेयमन रीफर और कीरन पोलार्ड हैं.
जहां ब्रावो रिटायमेंट ले चुके हैं, पोलार्ड ने अपना आखिरी वनडे मैच 2016 में पाकिस्तान के खिलाफ खेला था. साथ ही इंडिया के खिलाफ नवंबर 2018 में टी20 सीरीज में भी पोलार्ड को शामिल किया गया था.
अभी मुंबई के लिए आईपीएल फाइनल में पोलार्ड फिर से लाइमलाइट में आए थे. अंपायर के फैसले के खिलाफ बीच मैदान विरोध जताया था जिसके लिए उन्हें 25 फीसदी मैच फीस बतौर जुर्माना भी देना पड़ा था.
टीम में क्रिस गेल और आंद्रे रसल के आने से पहले ही वेस्टइंडीज की टीम पहले ही मजबूत हो चुकी है. अगर टीम में अब कम से कम पोलार्ड को भी जगह मिल गई तो ये कॉम्बिनेशन काफी घातक बन जाएगा. इसी वजह से कई जानकार वेस्टइंडीज की टीम को फेवरिट भी बता रहे हैं.