
लोकसभा में पिछले दिनों कृषि से जुड़े दो विधेयक पारित होने के बाद रविवार को यह राज्यसभा में भी पारित हो गये। हालांकि ध्वनि मत के जरिए करवाई गयी वोटिंग से पहले सदन में जमकर हंगामा देखने को मिला। विपक्षियों की ओर से जमकर विरोध किया गया। आपको बता दें कि जब केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर जवाब दे रहे ते तो हंगामा देखने को मिला। माइक तोड़े गये और कागज भी फाड़े गयें। यहां तक विपक्षी सांसद सभापति के पास तक पहुंच गये।

राज्यसभा में रविवार को कृषि विधेयक को लेकर जोरदार हंगामा देखने को मिला। इस विधेयक को लेकर शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि पीएम ने कृषि बिल को लेकर कहा कि यह किसाने के लिए नई क्रांति और नई आजादी है। यह किसानों के हित में है। लेकिन क्या आप आश्वस्त कर सकते हैं कि यो जो 3 बिल हैं यह मंजूर होने के बाद सच में किसानों की आय को डबल कर देंगे। या इस बिल के बाद एक भी किसान इस देश में आत्महत्या नहीं करेगा।
संजय राउत ने यह भी सवाल किया कि एमएसपी और सहकारी खरीद की व्यवस्था खत्म नहीं की जाएगी। यह सिर्फ अफवाह है। तो क्या अकाली दल की मंत्री ने इन अफवाहों पर ही भरोसा करते हुए कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया। वहीं कांग्रेस प्रताप सिंह बाजवा ने आरोप लगाया किया दोनों विधेयक किसानों की आत्मा पर गहरी चोट है। यह गलत तरीके से तैयार किये गये हैं इसी के साथ यह गलत समय पर पेश किये गये हैं।