रेलवे पुलिस ने चलाई अनोखी मुहिम, 160 लोगों को बनाया वैध वेंडर

REPORT:-JAVED/GHAZIABAD

बेरोजगारी और आर्थिक तंगी के चलते  दिल्ली एनसीआर में कई ऐसे मामले सामने आए हैं जिसमें या तो सामूहिक आत्महत्या की गई है या परिवार के मुखिया ने परिवार की हत्या करके खुद आत्महत्या कर ली है। ऐसे ही मामलों से निपटने के लिए 160 लोगों को आज रोजगार दिया गया। रेलवे पुलिस ने यह मुहिम चलाई। भारत के इतिहास में यह पहला मामला है।

रोजगार मेला

यह वह शख्स है जो जान पर खेलकर आपको रेल यात्रा में चाय और खाना मुहैया करवाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं इनमें से अधिकतर जो वेंडर हैं वह अवैध होते हैं और जेल जाने का खतरा इनके सर पर हमेशा मंडराता रहता है । इतना ही नहीं कई बार जब इनके खिलाफ अभियान चलता है तो चलती ट्रेन से कूदना भागने के दौरान या तो इनकी मौत हो जाती है, या गंभीर रूप से चोटिल हो जाते हैं। ऐसे में इनके परिवार के आगे रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो जाता है ।

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रेलवे पुलिस ने गाजियाबाद में 160 वेंडरों को आईआरसीटी ठेकेदारों के साथ जोड़ा है और अब यह वैध वेंडर हो गए हैं। यह लोग खुलकर अपने परिवार का और अपना लालन पोषण कर पाएंगे। अवैध वेंडर अब वैध का तमगा पाकर बेहद खुश हैं। उनका कहना है कि वह और उनका परिवार समाज में सिर उठाकर जी पाएगा ।

गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर प्रोग्राम करके इनको वैध वेंडरों का तमगा दिया गया । अधिकारी भी मानते हैं इससे इनके परिवार पर पड़ा रोजी-रोटी का संकट खत्म हो जाएगा ।

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