रूह कंपा देने वाली है चीन की ये परंपरा, जिसे जानकर छलक जायेंगे आपके आंसू…
चीन एक ऐसा देश हैं जहां पर सदियों पुरानी परम्पराएं आज भी चली आ रही हैं और लोग अभी तक इन परम्पराओं को मानते हैं।
इन परम्पराओं में कुछ तो ऐसी हैं जिनके बारे में जानकार आपको शायद थोड़ा धक्का लग सकता है क्योंकि ये परम्परा कम और किसी सजा की तरह ज्यादा लगती हैं।
आज हम आपको चीन की एक ऐसी ही परम्परा के बारे में जा रहे हैं जिसने सालों तक यहां की औरतों की जिंदगी को नर्क बना कर रख दिया था।
फुट बाइंडिंग
चीन की ये परम्परा लगभग एक सदी पूरानी है। इस परम्परा में महिलाओं के पैरों को छोटा कर दिया जाता था, और ऐसा करने के लिए उन्हें जिस प्रक्रिया से गुजारा जाता था उसके बारे में जानकार किसी को भी डर लग जाएगा। अगली स्लाइडों में जानिए कि आखिर क्या होती है फुट बाइंडिंग।
बच्चियों के पैरों को बांध दिया जाता था
इस परम्परा को लोटस फीट के नाम से भी जाना जाता था। ऐसा माना जाता था कि छोटे पैरों वाली लड़कियां ज्यादा खूबसूरत होती हैं इसलिए बचपन में ही लड़कियों के पैरों को पतली रस्सियों और कपड़ों से कसकर बांध दिया जाता था जिससे पैरो की ग्रोथ रुक जाए।
काटा जाता था मांस
अगर किसी लड़की का पैर ज्यादा मांसल होता था तो उस हिस्से में से मांस को काटकर निकाल लिया जाता था और उसे कसकर लपेट दिया जाता था। ऐसा करने से लड़कियों का पेअर विकृत होने लगता था।
निकाल लिया जाता था नाखून
बता दें कि इस प्रक्रिया में लड़कियों के नाखून भी निकाल लिए जाते थे साथ ही उन्हें लोहे के बने जूते भी पहनाए जाते थे। लम्बे समय तक ये जूते पहनने की वजह से लड़कियों के पैर ख़राब हो जाते थे और देखने में डरावने भी लगते थे।
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सोंग वंश में लोकप्रिय हुई परम्परा
यह भयानक परम्परा 10 से 11वीं में सोंग वंश के दौरान लोकप्रिय हुई थी। इस परम्परा में बड़े पैरों वाली लड़कियों को जाता था और कोई इनसे शादी नहीं करता था। खैर अब इस परम्परा पर रोक लग गयी हैं लेकिन आज भी इस परम्परा के जख्म चीन की कुछ महिलाओं के पैरों पर मौजूद हैं।