राम मंदिर मुद्दे के बाद आरएसएस को मिला नया एजेंडा, ‘दो बच्चों के कानून पर’ होगा जोर

बीते दिन मुरादाबाद में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कुछ ऐसा ऐलान कर दिया, जिसने सभी देशवासियों की धडकनें बढ़ा दी हैं. डॉ. मोहन भागवत का कहना है कि जैसे हमने इतने बड़े संघर्ष के बाद राम मंदिर मुद्दे को लेकर जीत हासिल की है, उसी प्रकार अब ‘दो बच्चों का कानून’ आरएसएस का  नया एजेंडा होगा.

दो बच्चों का कानून

‘दो बच्चों का कानून’ होगा संघ की आगामी योजना

मुरादाबाद में चार दिवसीय प्रवास के लिए पहुंचे डॉ. मोहन भागवत ने गुरूवार को सभी आरएसएस के स्वयंसेवकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि राम मंदिर मामले पर जीत के बाद अब दो बच्चों के कानून पर संघ का पूरा जोर रहेगा. स्वयंसेवकों के जिज्ञासा सत्र में बोलते हुए भागवत ने कहा कि अब संघ का पूरा जोर इस बात पर रहेगा कि कैसे देश में दो बच्चों के कानून को लागू करवाया जाये.

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सरकार लेगी अंतिम फैसला-

डॉ. भागवत का कहना है कि ऐसा संघ का मानना है कि देश में दो बच्चों का कानून लागू होना चाहिए, और ये केवल हमारा मत है, इस बात पर अंतिम फैसला लेने का हक केवल सरकार को है. देश की सरकार ही इस बात का अंतिम फैसला करेगी.

राममंदिर मुद्दे पर उन्होंने कहा कि संघ की भूमिका इस प्रकरण में सिर्फ ट्रस्ट निर्माण होने तक है। इसके बाद संघ खुद को इससे अलग कर लेगा। एक प्रश्न के उत्तर में संघ प्रमुख ने कहा कि काशी-मथुरा संघ के एजेंडे में न तो कभी थे और न ही कभी होंगे।

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