मोदी को पीएम बनते नहीं देखना चाहती थीं सीएम वसुंधरा राजे!
नई दिल्ली। राजस्थान में भाजपा सरकार में बगावत के सुर बुलंद होने लगे हैं। बीजेपी के ही एक विधायक ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर गंभीर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि वसुंधरा राजे मोदी की मुरीद नहीं उनकी खिलाहफत का मौका तलाशती हैं। 2014 में हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में प्रदेश के बीजेपी सांसदों को शामिल नहीं होने के लिए दबाव बनाया था।
वसुंधरा राजे पर आरोप लगाते हुए बीजेपी विधायक घनश्याम तिवारी ने अपने बयान में कहा था कि 2014 के उस ऐतिहासिक दिन, कुछ निजी वजहों से राजस्थान की मुख्यमंत्री ने बीकानेर हाउस में प्रदेश के सांसदों की बैठक बुलाई, इसमें उन पर दबाव बनाया गया कि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होंगे।
ऐसे ही जब निहालचंद को मोदी सरकार में मंत्री बनाया गया तो वसुंधरा राजे ने ही उनके खिलाफ राजस्थान में ही एक पुराने केस को फिर खुलवा दिया।
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हाल ही में घनश्याम तिवारी के खिलाफ बीजेपी की केंद्रीय अनुशासन समिति ने नोटिस जारी किया था। जिसमें बीजेपी विधायक से पार्टी विरोधी गतिविधि को लेकर जवाब मांगा गया था। उन पर पार्टी की बैठकों में शामिल नहीं होने और पार्टी के खिलाफ के काम करने का आरोप लगे थे।
बीजेपी विधायक घनश्याम तिवारी ने बीजेपी की केंद्रीय अनुशासन समिति की ओर से नोटिस पर पिछले हफ्ते ही अपना जवाब दिया। इसमें उन्होंने कहा कि उन्हें अपनी जान को खतरा नजर आ रहा है।
इससे पहले भी घनश्याम तिवारी ने इसी तरह एक्टिविटी वसुंधरा राजे के खिलाफ की थी, जिसकी वजह से बीजेपी 2008 का विधानसभा चुनाव हार गई थी।