रखें इन 10 बातों का ख्याल, नहीं होगी उच्च रक्तचाप यानी हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत

असंतुलित आहार और अनियमित जीवन शैली ने कई लोगों को उच्च रक्तचाप यानी हाई ब्लड प्रेशर का शिकार बना दिया है। हाई ब्लड प्रेशर की स्थिति में रक्त धमनियों में खून का दबाव बढ़ता है जिसकी वजह से हृदय को सामान्य से ज्यादा काम करना पड़ता है। हाई ब्लड प्रेशर के 90 प्रतिशत से ज्यादा मामलों में इसके कारणों का पता नहीं चलता है। कुछ स्थितियों में इसके होने की आशंका जरूर बढ़ जाती है।जीवनशैली में जरूरी बदलाव के अलावा कुछ चीजें ऐसी भी हैं जिन्हें खाने से परहेज कर इसे कंट्रोल में रख सकते हैं।

जानिए इनके बारे में:-

तनाव और चिंता: अत्यधिक और नियमित रूप से तनाव तथा चिंता ब्लड प्रेशर बढ़ा सकता है। लगातार तनाव के माहौल में रहने से हाई बीपी की शिकायत हो सकती है।

व्यायाम से दूरी: अगर समय न मिलने का बहाना बनाकर व्यायाम या किसी तरह की शारीरिक गतिविधि से दूर रहेंगे तो बीपी की समस्या हो सकती है। जिन्हें पहले से ही हाई बीपी हो उन्हें डॉक्टर की सलाह पर व्यायाम करना चाहिए।

बिगड़ी हुई दिनचर्या: अगर आपका दिन अनुशासित नहीं है और अनियमित दिनचर्या है तो ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है। जरूरी है कि खाने-पीने, सोने और उठने का समय तय करें।

अधिक नमक का इस्तेमाल: नमक का अधिक सेवन व्यक्ति के हृदय और रक्त वाहिका पर अधिक तनाव पैदा करता है। इसके कम सेवन की सलाह दी जाती है।

अत्यधिक शराब का सेवन: ज्यादा शराब पीना ब्लड प्रेशर को बढ़ाता है। आमतौर पर लोग अत्यधिक शराब का सेवन तनाव की स्थिति में करते हैं। तनाव तो पहले ही ब्लड प्रेशर बढ़ाता है और ऊपर से शराब का सेवन स्थिति को और बिगाड़ देता है।

अधिक तेल का इस्तेमाल: तेल का जितना हो सके कम इस्तेमाल करना चाहिए क्योंकि इसमें फैट होता है। इसके ज्यादा सेवन से कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ता है और इसकी वजह से बीपी भी।

फास्ट फूड: भले ही आपने अपने ब्लड प्रेशर को नियंत्रित कर रखा हो लेकिन अगर हाई बीपी की समस्या है तो बाहर का खाना आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। पिज्जा, बर्गर से लेकर फ्रेंच फ्राइज या फिर मसालेदार खाने से उच्च रक्तचाप की शिकायत हो सकती है।

प्रोसेस्ड मीट: सोडियम से भरपूर होने के कारण प्रोसेस्ड मीट का सेवन बहुत कम करना चाहिए। अगर नॉन वेजिटेरियन हैं तो भी रेड मीट और प्रोसेस्ड मीट खाने से बचें। बेहतर होगा की मछली और चिकन का सेवन करें। इनमें मौजूद ओमेगा 3 फैटी एसिड बीपी कंट्रोल करने में मदद करेगा।

डिब्बाबंद प्रोडक्ट: टमाटर से बने डिब्बाबंद प्रोडक्ट जैसे टोमेटो कैचप और टोमेटो जूस आदि में सोडियम की अधिक मात्रा होती है। इससे हाई बीपी की समस्या बढ़ सकती है।

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