विपक्ष का दावा, यूपी में नई सरकार आते ही अपराध में 35 फीसदी का इजाफा

योगी सरकारलखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा सत्र के तीसरे दिन बजट पर चर्चा के दौरान गुरुवार को विपक्षी दलों ने कानून व्यवस्था को लेकर योगी सरकार पर जमकर हमला बोला। नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा, “मुख्यमंत्री बताएं, कहां घूसखोरी रोकी गई। नई सरकार के आते ही अपराध 35 प्रतिशत बढ़ चुका है।” नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सच तो यह है कि बिजली सिर्फ बनारस और गोरखपुर में मिल रही है, जबकि कहा गया था कि हर क्षेत्र को समान रूप से बिजली मिलेगी। प्रधानमंत्री तक ने रैलियों में बिजली वितरण को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश में ईद और दिवाली की बात छेड़ी थी।

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बजट पर चर्चा करते हुए चौधरी ने कहा कि इस बार का बजट ‘इंसान विरोधी’ है। उन्होंने कहा कि सरकार ने बजट की कॉपी ऐसी बनाई कि किसी को समझ नहीं आ रही है।

उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने एससी, एसटी, पिछड़ों के लिए अधिक धन का प्रवधान किया था। इस सरकार ने पिछड़ों के लिए तय में 288 करोड़ रुपये की कटौती कर दी। यही नहीं, प्राकृतिक आपदाओं में दिए जाने वाले धन में भी कटौती की गई है।

चौधरी ने कहा कि योगी सरकार ने डेयरी विकास, सड़क परिवहन में बजट कम कर दिया। आलू किसान बर्बाद हो गया है। आलू किसानों के लिए सरकार को ठोस नीति बनानी चाहिए। पशुओं के मुफ्त टीकाकरण व पशु अस्पतालों के लिए बजट में कुछ नहीं है।

उन्होंने कहा, “सरकार बताए कि बछड़े कहां गए, बछड़ों की सुरक्षा सुनिश्चित कीजिए। सरकार गौशालाओं की तरह बछड़ाशाला बनाए।”

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि पर्यटन विकास में भी इस सरकार ने कम बजट दिया। अखिलेश सरकार ने हर थाने में नई गाड़ियां दी थीं। इस सरकार के बजट में लैपटॉप, नेट वाईफाई वगैरह का जिक्र ही नहीं है।

सपा नेता ने कहा, “पहले अस्पताल का पर्चा 10 रुपये में बनता था, हमने सिर्फ एक रुपया में पर्चा बनवाना शुरू किया। आज अस्पतालों में दवा नहीं मिल रही है। पीएचसी और सीएचसी में डॉक्टर नहीं हैं।”

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